ठाणे (महाराष्ट्र). महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अजित पवार के उस दावे पर पलटवार किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के “स्वार्थी” नेताओं ने दो बीमार विधायकों को विधान परिषद और राज्यसभा चुनाव के लिए एंबुलेंस के जरिए पुणे से मुंबई वोट डालने भेजा।
कस्बा से विधायक मुक्ता तिलक और चिंचवाड़ से विधायक लक्ष्मण जगताप पिछले साल जून में हुए दोनों चुनावों में भाजपा को वोट देने के लिए मुंबई में विधानमंडल परिसर में एंबुलेंस में पहुंचे थे। दोनों चुनावों में सत्तारूढ़ महा विकास आघाड़ी और विपक्ष के बीच एक-एक वोट के मामले में करीबी मुकाबला था।
जगताप के निधन के कारण चिंचवाड़ में उपचुनाव जरूरी हो गया। दिन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राकांपा के वरिष्ठ नेता पवार ने कहा, “यह भागदौड़ (बीमार रहने के दौरान वोट के लिए बुलाया जाना) उनके (तिलक और जगताप) के लिए असहनीय था, लेकिन वे पार्टी के लिए चुप रहे। भाजपा को समझना चाहिए था कि स्वास्थ्य चुनाव से ज्यादा महत्वपूर्ण है लेकिन इन स्वार्थी लोगों (भाजपा नेताओं) ने ध्यान नहीं दिया।”
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इस पर पलटवार करते हुए फडणवीस ने कहा, “हमारी पार्टी में ऐसे नेता हैं जो पार्टी के लिए अपना खून और जान दे देंगे। हमें उन पर गर्व है। हमारे पास राकांपा जैसे स्वार्थी नेता नहीं हैं।”
फडणवीस ब्राह्मण समुदाय से जुड़े दो दिवसीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए यहां डोंबिवली में थे। जगताप और तिलक के निधन के कारण जरूरी हुए पुणे जिले के क्रमश: चिंचवाड़ और कस्बा में उपचुनाव 26 फरवरी को होगा। तिलक का निधन पिछले साल 22 दिसंबर को हुआ था, जबकि जगताप का निधन इसी साल तीन जनवरी को हुआ। (एजेंसी)