दुद्धी, सोनभद्र। उत्तर प्रदेश में पत्रकारों पर हो रहे हमलों और फर्जी मुकदमों के खिलाफ आक्रोशित स्वतंत्र पत्रकार समिति दुद्धी के तत्वावधान में स्थानीय पत्रकारों ने महामहिम राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन तहसीलदार दुद्धी ज्ञानेंद्र यादव को सौंपा।
ज्ञापन में सीतापुर महोली में निर्भीक पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की दिनदहाड़े निर्मम हत्या की कड़ी निंदा की गई और दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की गई। साथ ही मृतक पत्रकार के परिवार को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा एवं सरकारी नौकरी देने की अपील की गई।

पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर चिंता
पत्रकारों ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार पत्रकारों की सुरक्षा और फर्जी मुकदमों पर अंकुश लगाने में पूरी तरह विफल साबित हो रही है। आए दिन पत्रकारों पर हमले और हत्याएं लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को कमजोर करने की सुनियोजित साजिश हैं, जिसे सहन नहीं किया जाएगा।
पत्रकारों ने स्पष्ट किया कि वे समाज के दर्पण के रूप में कार्य करते हैं और अपराध, भ्रष्टाचार और अन्याय को उजागर करने का दायित्व निभाते हैं। लेकिन जब सरकार पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में नाकाम रहती है, तो लोकतंत्र भी खतरे में पड़ जाता है।
पत्रकारों की एकजुटता और चेतावनी
स्वतंत्र पत्रकार समिति दुद्धी के पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार उपेंद्र कुमार तिवारी, जितेंद्र कुमार चंद्रवंशी, संरक्षक सेराज खान, ऊर्जाचल प्रेस क्लब अनपरा के अध्यक्ष आर.पी. सिंह, दीपक कुमार जायसवाल, श्याम कुमार अग्रहरी, ओमप्रकाश रावत, अजय गुप्ता, दैवी शक्ति (राजा), विनोद सिंह सहित कई पत्रकारों ने इस ज्ञापन को सौंपा और सरकार से तत्काल दोषियों को कठोरतम सजा देने की मांग की।
पत्रकारों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार इस घटना पर ठोस कार्रवाई नहीं करती, तो प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा।