टेस्ट क्रिकेट कठिन है लेकिन… डबल सेंचुरियन यशस्वी जायसवाल ने खोल दिए अपने सफल होने के राज

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टेस्ट क्रिकेट कठिन है लेकिन… डबल सेंचुरियन यशस्वी जायसवाल ने खोल दिए अपने सफल होने के राज

हाइलाइट्स

यशस्वी जायसवाल ने राजकोट में जड़ा दोहरा शतक
जायसवाल ने इस मैराथन पारी में 12 छक्के जड़े
यशस्वी ने एक पारी में सर्वाधिक छक्के जड़ने के मामले में अकरम की बराबरी की

नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम के युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल का कहना है कि टेस्ट क्रिकेट बेशक कठिन है लेकिन वह अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में विश्वास रखते हैं. यशस्वी ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में नाबाद दोहरा शतक जड़ा. मौजूदा टेस्ट सीरीज में यशस्वी दो दोहरा शतक जड़ चुके हैं. अपने छोटे इंटरनेशनल करियर में यह बल्लेबाज लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर रहा है. उन्होंने अपनी डबल सेंचुरी के दौरान कई रिकॉर्ड तोड़े. यशस्वी इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज की 6 पारियों में सर्वाधिक 545 रन बना चुके हैं.

लेफ्ट हैंड बैटर यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने इंग्लैंड (IND vs ENG) के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में 236 गेंदों में नाबाद 214 रन बनाए. इससे भरत ने 4 विकेट पर 430 रन बना कर इंग्लैंड को जीत के लिए 557 रन का विशाल लक्ष्य दिया. इंग्लैंड की टीम 122 रन पर आउट हो गई जिससे भारत ने रिकॉर्ड 434 रन से जीत दर्ज की.

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छठे मैच में दूसरा दोहरा शतक जड़ा
वेस्टइंडीज के खिलाफ जुलाई 2023 में डेब्यू करने वाले जायसवाल का छठे मैच में यह दूसरा दोहरा शतक था. जायसवाल ने राजकोट टेस्ट में एक टेस्ट पारी में किसी भारतीय द्वारा सबसे अधिक छक्के (12) लगाकर रिकॉर्ड बुक में भी अपना नाम दर्ज कराया. पांच मैचों की सीरीज में भारतीय टीम के 2-1 से बढ़त लेने के बाद जायसवाल ने कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट कठिन है, लेकिन मैंने सोचा कि जब मैं टीम में हूं तो मुझे अपना 100 प्रतिशत देना होगा. मैं बस कोशिश कर रहा हूं. जब भी मैं क्रीज पर थोड़ा समय बिता लेता हूं तो मैं उसे बड़ी पारी में बदलने की कोशिश करता हूं. टेस्ट क्रिकेट में आपको अपनी पारी को बड़े स्कोर में बदलना होता है.’

‘परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाना पड़ा’
यशस्वी जायसवाल ने अपने दोहरे शतक का विश्लेषण करते हुए कहा कि उन्होंने सत्र दर सत्र खेलने की कोशिश की. उन्हें पारी के दौरान पीठ में ऐंठन की समस्या से भी निपटना पड़ा. बकौल यशस्वी, ‘यह मेरे लिए काफी मुश्किल था क्योंकि शुरू में मैं रन नहीं बना पा रहा था. इसलिए सत्र दर सत्र खेलना पड़ा और परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाना पड़ा. तभी मुझे लगा कि मैं रन बना सकता हूं. इस बीच मेरी पीठ में दर्द शुरू हो गई. मैं बाहर (मैदान से) नहीं जाना चाहता था लेकिन दर्द काफी बढ़ गया था इसलिए मैं बाहर चला गया. आज जब मैं आया तो मैं यह सुनिश्चित करना चाहता था कि मैं खेल को आगे ले जाऊं और अंत तक बल्लेबाजी करूं.’

जडेजा बने प्लेयर ऑफ द मैच
सीरीज का चौथा टेस्ट मैच 23 फरवरी से रांची में खेला जाएगा. रांची टेस्ट मैच को जीतकर भारतीय टीम सीरीज अपने नाम करना चाहेगी वहीं इंग्लैंड की कोशिश पलटवार की होगी. राजकोट में रवींद्र जडेजा ने अपने हरफनमौला खेल से टीम की जीत में बड़ा योगदा दिया. जडेजा ने कुल 7 विकेट निकाले. इसके अलावा उन्होंने पहली पारी में सेंचुरी जड़ी थी.

Tags: IND vs ENG, India Vs England, Yashasvi Jaiswal

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