-विनय कुमार
Men’s Hockey World Cup, 2023 में भारत का पहला मुकाबला स्पेन से 13 जनवरी को होगा। इस टूर्नामेंट में 16 देश की टीमों को 4 अलग अलग पूल में बांटा गया है। यह Men’s Hockey World Cup के इतिहास का 15वां सीज़न है।
गौरतलब है कि Men’s Hockey World Cup हर 4 साल में आयोजित किया जाता है। पहला वर्ल्ड कप 1971 में खेला गया था। और, 52 साल के इतिहास में अब तक खेले गए कुल 14 टूर्नामेंट्स में सबसे ज्यादा 4 बार पाकिस्तान ने गोल्ड जीता है, यानी चैंपियन रही है। उसके बाद 3-3 गोल्ड नीदरलैंड और ऑस्ट्रेलिया ने जीते हैं। भारत ने साल 1975 में गोल्ड जीता था। बेल्जियम भी एक बार चैंपियन रह चुका है। लेकिन, अबकी बार पाकिस्तान मैदान में नहीं है। आइए जानें इसकी वजह-
गौरतलब है कि पाकिस्तान Asia Cup-2022 के टॉप 4 टीमों में अपनी जगह नहीं बना या। हॉकी एशिया कप, 2022 में भारत, जापान और मेज़बान इंडोनेशिया के साथ पाकिस्तान को ग्रुप-B में रखा गया था। पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ 1-1 से ड्रॉ के साथ टूर्नामेंट की शुरुआत की थी और इंडोनेशिया को 13-0 के बड़े अंतर से शिकस्त दी थी। लेकिन, ग्रुप स्टेज के फाइनल मैच में जापान ने पाकिस्तान 3-2 से हराकर पाकितान के वर्ल्ड कप में एंट्री लेने पर पानी फेर दिया। और, जब भारत ने इंडोनेशिया को 16-0 से धूल चाट दी, तब पाकिस्तान गोल की संख्या के अंतर के गणित में फेल हो गया और Hockey Asia Cup-2023 से बाहर हो गया। इस वजह से पाकिस्तान इस ताज़ा वर्ल्ड कप में एंट्री नहिंनले पाया। इतिहास बताता है कि अब तक 2 बार पाकिस्तान हॉकी वर्ल्ड कप में क्वालीफाई नहीं कर पाया।