रजिस्ट्री ऑफिस में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच करने पहुंचे सहायक महानिरीक्षक |
दुद्धी, सोनभद्र।
तहसील मुख्यालय स्थित उप निबंधन कार्यालय (रजिस्ट्री ऑफिस) में व्याप्त भ्रष्टाचार की शिकायतों की जांच करने के लिए शनिवार को शासन की ओर से गठित विशेष टीम दुद्धी पहुंची। इस जांच टीम का नेतृत्व सहायक महानिरीक्षक (रजिस्ट्रेशन) अर्जुन कुमार श्रीवास्तव ने किया।
टीम ने मौके पर पहुंचकर विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत जांच-पड़ताल की। अधिवक्ताओं से बातचीत के दौरान उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाए। अधिवक्ताओं का कहना है कि रजिस्ट्री कार्यालय में निजी व्यक्तियों को बैठाकर मनमानी वसूली कराई जाती है। प्रत्येक रजिस्ट्री पर “अलग से चढ़ावा” लिया जाता है, और जो अधिवक्ता यह अतिरिक्त राशि नहीं देता, उसे विभिन्न तकनीकी खामियों का हवाला देकर परेशान किया जाता है।

इसके अलावा, अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि कई बंधक भूमि की रजिस्ट्री भी सुविधा शुल्क लेकर की जाती है, जबकि नियमों के अनुसार ऐसा नहीं होना चाहिए। कई ऐसे प्रकरण हैं जहाँ अधिवक्ताओं द्वारा बैनामा प्रस्तुत किए जाने के बाद उन्हें बंधक बताकर वापस कर दिया गया, जबकि रजिस्ट्री के रिकॉर्ड में दर्जनों ऐसे बैनामे मौजूद हैं, जिनकी दाखिल-खारिज की प्रक्रिया अभी तक लंबित है।

जांच अधिकारी अर्जुन कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि शासन के निर्देश पर उन्हें जांच हेतु भेजा गया है। उन्होंने दोनों पक्षों की बात सुनी और संबंधित साक्ष्य भी संकलित किए। अधिवक्ताओं द्वारा दी गई प्रत्येक शिकायत को बिंदुवार रूप से दर्ज किया गया है और एक-दो दिनों में पूरी रिपोर्ट शासन को भेज दी जाएगी।

इस दौरान सब-रजिस्ट्रार आनंद शुक्ला, उपनिबंधन अधिकारी पुष्पराज श्रीवास्तव, वरिष्ठ लिपिक श्यामधर यादव, दुद्धी बार एसोसिएशन अध्यक्ष प्रेमचंद यादव, सिविल बार एसोसिएशन अध्यक्ष प्रभु सिंह, जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव, विष्णुकांत तिवारी, सत्यनारायण यादव, जवाहर लाल, अरुणोदय जोहरी, महेंद्र जायसवाल, पीयूष अग्रहरि, राकेश गुप्ता सहित कई अधिवक्ता उपस्थित रहे।


