भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ द्वारा विचार संगोष्ठी व सम्मान समारोह का आयोजन

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भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ द्वारा विचार संगोष्ठी व सम्मान समारोह का आयोजन

– अवसरों के साथ चुनौतियों का भी दौर है आधुनिक पत्रकारिता

– पत्रकारिता दिवस पर संगोष्ठी में वक्ताओं ने पत्रकारों की भूमिका पर रखे विचार

सोनभद्र ब्यूरो चीफ दिनेश उपाध्याय-(ओबरा/सोनभद्र/उत्तर प्रदेश)डिजिटल भारत न्यूज टुडे नेटवर्क 24×7 LIVE
ओबरा/सोनभद्र। पत्रकारिता दिवस के उपलक्ष्य में मंगलवार की शाम ओबरा में भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के तत्वावधान में विचार संगोष्ठी व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती जी के फोटो चित्र पर माल्यार्पण पश्चात दीप प्रज्वलन के साथ किया गया।आयोजित संगोष्ठी में “आज के दौर में पत्रकारों की भूमिका और जिम्मेदारी” विषय पर गहन मंथन हुआ।कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार राहुल श्रीवास्तव ने एवं संचालन पत्रकार संजय यादव ने किया।गोष्ठी में ओबरा नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती चांदनी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं।

विशिष्ट अतिथियों में अधिशासी अधिकारी मधुसूदन जयसवाल,सीओ ओबरा हर्ष पाण्डेय,थाना प्रभारी राजेश कुमार सिंह, कस्बा चौकी प्रभारी विष्णु प्रभा सिंह, समाजसेवी देव प्रकाश मौर्या और एसपी तनेजा शामिल रहे।कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र नीरव,सुनील तिवारी, मनोज चौबे, भोला दूबे और राजवंश चौबे ने बारी-बारी से अपने विचार रखे।वक्ताओं ने कहा कि आधुनिक पत्रकारिता ने जहाँ संवाद को तेज़, सुलभ और वैश्विक बनाया है, वहीं इसके साथ कई खतरे और जिम्मेदारियाँ भी जुड़ गई हैं।नरेंद्र नीरव ने कहा कि डिजिटल युग में खबरों की गति तेज़ हुई है लेकिन सत्यता और विश्वसनीयता की कसौटी और कठोर हो गई है।सुनील तिवारी ने पत्रकारों की आर्थिक और सामाजिक असुरक्षा को लेकर चिंता जताई।मनोज चौबे ने कहा कि पत्रकारों को आज सिर्फ सवाल पूछने की नहीं, समाज को दिशा देने की भूमिका निभानी चाहिए।कार्यक्रम में आधुनिक पत्रकारिता के लाभ और हानि पर विशेष चर्चा हुई। वक्ताओं ने माना कि सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म ने जहां अभिव्यक्ति की आज़ादी को विस्तार दिया है, वहीं फेक न्यूज़, पक्षपात और कॉर्पोरेट नियंत्रण से पत्रकारिता की साख को चुनौती भी मिली है।मुख्य अतिथि श्रीमती चांदनी ने कहा कि पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ हैं,और उनकी स्वतंत्रता ही लोकतंत्र की मजबूती है। सीओ हर्ष पांडेय व ईओ मधुसूदन जायसवाल ने सकारात्मक पत्रकारिता को समाज-हित में आवश्यक बताया।कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम अध्यक्ष राहुल श्रीवास्तव ने निष्कर्ष रूप में कहा कि पत्रकारों को न केवल सूचना देना है, बल्कि उसकी प्रामाणिकता और प्रभाव पर भी ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए।वरिष्ठ पत्रकार सतीश भटिया,भोला दूबे,सुरेंद्र सिंह,आलोक गुप्ता व महासंघ के जिलाध्यक्ष महेश पाण्डेय ने कार्यक्रम को मूर्त रूप देते हुए कार्यक्रम में आए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन कर आभार प्रकट किया।इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार पी.डी.राय,शमशाद आलम,राम प्यारे सिंह,
मनमोहन शुक्ला,दिनेश कुमार उपाध्याय, सौरभ गोस्वामी,उत्तम सिंह,जीतेन्द्र गुप्ता,राकेश अग्रहरी,नीरज भाटिया,हरिओम विश्वकर्मा,अभिषेक पाण्डेय,प्रशांत सिंह,सतेंद्र सिंह,सैयद आरीफ,अमरदीप सिंह,मनोज तिवारी,राज किशोर गुप्ता,अरविन्द कुशवाहा,पार्वती पाण्डेय,महेश अग्रहरी,किरन गोंड,मुस्ताक अहमद,अजीत कुमार सिंह,राजू चौधरी,कृपा शंकर पाण्डेय,जगदीश तिवारी,नीरज पाठक,संतोष साहनी,विकास कुमार,सद्दाम कुरैशी साहित गोष्ठी में ओबरा,और चोपन के अनेक पत्रकार उपस्थित रहे।

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