पति-पत्नी ने मांगी 90 लाख की फंडिंग, कंपनी को जान चकराए शार्क्स, अनुपम मित्तल बोले- टॉप एम्प्लॉई को सिर्फ 50,000…

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पति-पत्नी ने मांगी 90 लाख की फंडिंग, कंपनी को जान चकराए शार्क्स, अनुपम मित्तल बोले- टॉप एम्प्लॉई को सिर्फ 50,000…

नई दिल्ली. शार्क टैंक इंडिया टीवी के उन शोज में से एक है, जो लोगों के इनोवेटिव आइडियाज को प्रमोट करके लोगों को बिजनेस को बुलंदियों पर पहुंचाता है. अपने इनोवेटिव आइडिया के साथ जयपुर के रहने वाले एक पति-पत्नी शो में पहुंचे, जहां उन्होंने शार्क्स से 90 लाख की फंडिंग की मांग की. उन्होंने अपने बिजनेस आइडिया से आगे कमाई तक की बातें शार्क के साथ शेयर की. लेकिन, जयपुर के इस स्टार्टअप के साथ शार्क प्रोफेटेबल तब नहीं लगी.

शॉर्क टैंक इंडिया में जयपुर से एक कपल पहुंचा. दोनों ने ‘गुलाबो जयपुर’ का एक क्लोदिंग ब्रांड की शुरुआत की. दोनों अपने बेस्ट कलेक्शन के साथ शो में पहुंचा, जहां उन्होंने 90 लाख रुपये की फंडिंग की डिमांड की, लेकिन एक-एक कर सभी शॉर्क्स पीछे हट गए. क्या हुआ जो अनुपम मित्तल सहित सभी शॉर्क्स ने कहा कि मामला जम नहीं रहा. चलिए बताते हैं आपको…

2014 में शुरू किया बिजनेस
सलमान और सलोनी दोनों पत्नी पत्नी हैं, जो क्लोदिंग ब्रांड ‘गुलाबो जयपुर’ के मालिक हैं. 2014 में शुरू किए इस बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए दोनों शो में अपने कुछ बेस्ट कलेक्शन के साथ पहुंचे. दोनों ने बताया कि कैसे वो काम करते हैं. सलोनी जहां डिजाइनिंग से लेकर शूट तक का काम संभालती हैं. वहीं, सलमान सारा ऑपरेशन संभालते हैं.

शॉर्क्स का क्यों चकराया सिर
दोनों ने शॉर्क्स को कुछ सेंपल दिखाए, जिसमें गोटा पट्टी से लेकर ब्लॉक प्रिंट तक शामिल था. सलोनी ने बताया कि ब्लॉक प्रिंट उनके ब्रान्ड की यूएसपी है और टॉप सेलर प्रोडक्ट है. शार्क अनुपम मित्तल ने हालांकि उनके सेंपल्स को देख कहा कि अपने ब्रान्ड के नाम से ये लगता है कि आप जयपुर की आईडेंटिटी को आगे लेकर जाना चाहते हैं, लेकिन इससे ये नहीं दिख रहा है.

अमन गुप्ता ने सबसे पहले खींचे हाथ
कपड़ों के सेंपल देखने के बाद अमन गुप्ता ने सबसे पहले इस डील से हाथ पीछे खीच लिए, क्योंकि उन्हें लगा कि सलमान और सलोनी दोनों को अपने बिजनेस के क्षेत्र के बारे में कम जानकारी है और वे इस बात का बहाना बना रहे थे कि वे प्रतिस्पर्धा के बारे में इतने अलग क्यों हैं? विनीता सिंह ने महसूस किया कि एंटरप्रेन्योर ने ब्रांड के लिए जो कल्पना की थी और ब्रांड वास्तव में क्या है, उसमें ‘विरोधाभास’ है. उन्होंने कहा कि आपको लॉगटर्म के लिए सोचना होगा.

नमिता थापर बोलीं- यूएसपी नहीं
नमिता थापर ने कहा कि वह जयपुर के बाजार में गई हैं, जहां उन्होंने जहां उन्होंने देखा कि कितना बुटिक्स के बीच क़म्पिटिशन हैं. लेकिन, वहां जो उन्होंने देखा और जो ‘गुलाबो जयपुर’ ने दिखाया, उसमें बहुत अलग नहीं था. आपकी अपनी यूएसपी नहीं है. वहीं, अनुपम मित्तल ने एक ऐसा एंटरप्रेन्योर बनने के लिए लिए उनकी की सराहना की जो पहले से ही करोड़ों का मुनाफा ले रहे हैं. लेकिन ये अनिश्चित था कि क्या इसे 500 करोड़ रुपये के ब्रांड तक बढ़ाया जा सकता है.

हाईस्ट सैलरी कितनी?
उन्होंने सलमान और सलोनी से पूछा, ‘आप दोनों के अलावा, तीसरा वो कौन है जिसको आप सबसे ज्यादा सैलरी देते हैं औऱ कितनी देते हैं. जैसे कपल ने बताया कि की उनके यहां हाईस्ट सैलरी 48,000 है, ये सुन वह निराश हो गए. उन्होंने कंपनी का तीसरा सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति प्रति माह 50,000 रुपये से कम कमा रहा था. आपका व्यवसाय मेरे दृष्टिकोण से निवेश योग्य नहीं है.

दोनों ने अपनी प्रेजेंटेशन में ये बात करते नजर आए थे. कि दोनों आने वाले साल में 20 करोड़ का रेवेन्यू पा लेंगे, लेकिन इसके बाद भी दोनों को खाली लौटना पड़ा.

Tags: Sony TV, Television

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