JMM विधायक बैद्यनाथ राम ने फूंका विरोध का बिगुल, मंत्री पद नहीं मिलने पर विधायकी छोडऩे का फैसला

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JMM विधायक बैद्यनाथ राम ने फूंका विरोध का बिगुल, मंत्री पद नहीं मिलने पर विधायकी छोडऩे का फैसला

हाइलाइट्स

जेएमएम विधायक बैद्यनाथ राम के बागी तेवर,आखिरी वक्त पर मंत्री नहीं बनाया जाना अपमानजनक.
कांग्रेस के दबाव के आगे झुक गए सीएम चंपाई सोरेन, जेएमएम का मुख्यमंत्री इतना कमजोर क्यों?
पहले विधायक छोड़ेंगे विधायकी, फिर जल्द लेंगे फैसला, मुख्यमंत्री को बता दिया है अपना निर्णय.

रांची. चंपाई सोरेन कैबिनेट विस्तार के बाद कांग्रेस के साथ-साथ जेएमएम में भी बगावती सुर फूटते नजर आ रहे हैं. कांग्रेस में एक तरफ जहां 12 विधायकों की नाराजगी थमने का नाम नहीं ले रही वहीं जेएमएम में भी बगावत की शुरुआत हो चुकी है. दरअसल जेएमएम में पूरा मामला विधायक बैद्यनाथ राम से जुड़ा है. जेएमएम विधायक बैद्यनाथ राम ने कहा है कि मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की कमजोरी सरेआम हो गई है और वह अपना अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे.

जेएमएम विधायक बैद्यनाथ राम से मिली जानकारी के मुताबिक, 16 फरवरी को कैबिनेट विस्तार को लेकर शपथ ग्रहण के लिए वे निकल चुके थे. इसी दौरान उनके फोन पर जेएमएम के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य का फोन आता है. फोन पर बैद्यनाथ राम को यह जानकारी दी जाती है कि मंत्री पद को लेकर बनायी गयी लिस्ट में कुछ फेरबदल किया गया है. ऐसे में उन्हें तुरंत मुख्यमंत्री आवास पहुंचने को कहा जाता है.

फोन आने के बाद सकते में आये बैद्यनाथ राम आनन फानन में मुख्यमंत्री आवास पहुंचते हैं, जहां मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की मौजूदगी में उन्हें यह जानकारी दी जाती है कि मंत्री पद की लिस्ट से उनका नाम हटा दिया गया है. इसके पीछे यह तर्क दिया जाता है कि कांग्रेस के लगाातर दबाव की वजह से यह फैसला लेना पड़ा. बैद्यनाथ राम के अनुसार, उन्होंने मौके पर ही पूछा कि कांग्रेस के दबाव की वजह से जेएमएम के मुख्यमंत्री को आखिर झुकना क्यों पड़ा.

न्यूज 18 से बातचीत में जेएमएम विधायक बैद्यनाथ राम ने साफ कर दिया है कि वह इस अपमान को बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन कमजोर साबित हुए और कांग्रेस के दबाव के आगे झुक गए. उन्होंने कहा कि वह जल्द विधायकी छोड़ेंगे और कोई बड़ा फैसला जल्द लेंगे. उन्होंने कहा कि अपने फैसले की जानकारी उन्होंने मुख्यमंत्री को दे दी है.

बातचीत में बैद्यनाथ राम ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का जिक्र करते हुए कहा कि वह सभी को विश्वास में लेकर कोई फैसला लेते थे, लेकिन वर्तमान मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ऐसा नहीं कर रहे हैं. वर्तमान कैबिनेट में दलित समाज से एक भी विधायक नहीं होने का भी उन्होंने खुलकर विरोध किया. उन्होंने कहा कि जिस राज्य में

Tags: Jharkhand news, Jharkhand Politics, JMM, Ranchi news

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