Female Problem: महिलाओं की औषधि व टॉनिक हैं ये 6 चीजें, हैवी पीरियड्स फ्लो में रामबाण, बांझपन से भी मिल सकता छुटकारा
Herbs Benefits for Women: पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को बीमारियों का जोखिम अधिक होता है. हार्मोनल बदलाव, पीरियड्स और प्रेगनेंसी की वजह से आए दिन उन्हें किसी न किसी स्वास्थ्य समस्या का सामना करना पड़ता है. यही वजह है खुद को सेहतमंद रख पाना महिलाओं के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होता है. इन परेशानियों से बचने के लिए महिलाएं तमाम उपाय करती हैं. लेकिन, आयुर्वेद में कई ऐसी कई जड़़ी-बूटियों का जिक्र है, जो महिलाओं के लिए औषधि व टॉनिक मानी जाती हैं. इनके नियमित सेवन से महिलाओं को शारीरिक समस्याएं, पीसीओएस, पीरियड क्रैम्प, नींद न आने की समस्या, बढ़ते वजन, त्वचा और बालों से संबंधित परेशानियों से निजात मिल सकती है. आइए यूएचएम जिला अस्पताल कानपुर की आयुर्वेदाचार्य डॉ. विभा वर्मा से जानते हैं इन औषधियों के बारे में-
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अशोक: डॉ. विभा वर्मा बताती हैं कि, यह पेड़ आपको किसी भी पार्क या जंगल में देखने को मिल जाएगा. इस पर लाल रंग के फूल आते हैं और इसके पत्ते लंबे होते हैं. क्या आप जानते हैं कि यह पेड़ महिलाओं में मेंस्ट्रुअल फ्लो को कम करने, त्वचा स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, फीमेल होर्मोन को बैलेंस करने की क्षमता होती है. (Image- Canva)
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मंजिष्ठा: एक्सपर्ट की मानें तो जंगली झाड़ की तरह दिखने वाला यह पौधा आपको किसी भी जंगल या पार्क में नजर आ सकता है. आयुर्वेद में इसे एक जबरदस्त जड़ी बूटी माना गया है. बताया जाता है कि इसमें खून साफ करने, इन्फ्लामेशन से लड़ने और स्किन से जुड़ी समस्याओं से लड़ने की ताकत होती है. (Image- Canva)
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शतपुष्पा: आयुर्वेदाचार्य के मुताबिक, जीरे और सौंफ के पौधे की तरह दिखने वाली इस पौधे में कई औषधीय गुण होते हैं जिस वजह से आयुर्वेद में इसका कई रोगों को ठीक करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. यह पौधा महिलाओं को होने वाली कब्ज, हड्डियों में कमजोरी दूर करने और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में सहायक है. (Image- Canva)
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शतावरी: शतावरी बेल या झाड़ के रूप वाली शतावरी एक जड़ी-बूटी है. आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल कई दवाओं और बीमारियों के इलाज में किया जाता है. अगर आप तनाव, मूड स्विंग, हार्मोन में बदलाव जैसी समस्याओं से पीड़ित हैं, तो यह जड़ी बूटी आपके लिए कारगर साबित हो सकती है. (Image- Canva)
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अश्वगंधा: कुछ महिलाओं में इर्रेगुलर पीरियड्स, क्रैम्प, इनफर्टिलिटी की समस्या, चेहरे के बालों का बढ़ना, पीरियड्स देर से आना, मेनोपॉज के दौरान कई तरह की समस्याएं होना कॉमन है. ये कई बार स्ट्रेस के कारण भी हो सकते हैं. हॉर्मोनल इम्बैलेंस के कारण भी महिलाओं में रिप्रोडक्टिव इशूज होते हैं. ऐसे में अश्वगंधा के सेवन से लाभ पहुंचता है. अश्वगंधा को आप रेगुलर दूध के साथ लेंगी तो ये सभी समस्याएं खत्म हो जाएंगी. (Image- Canva)
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सहजन: सहजन की पत्तियां महिलाओं में असंतुलित हार्मोन को बैलेंस करती है. मुख्य रूप से कई महिलाएं थायराइड, पीसीओएस (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) जैसी समस्याओं से जूझ रही हैं. यह बीमारियां हार्मोन असंतुलन की वजह से होता है. इन समस्याओं को दूर करने के लिए सहजन की पत्तियों से बनी चाय या फिर पाउडर के रूप में सेवन करने से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है. (Image- Canva)
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