माता और पिता बड़े अरमानों से अपने बच्चों को पालते हैं. उन्हें पढ़ाते और लिखाते हैं. उन्हें लायक बनाते हैं. लेकिन कुछ बच्चे अपने छोटे स्वार्थ के आगे मां-बाप के अरमानों पर पानी फेर जाते हैं. ऐसा ही एक मामला केरल के कोल्लम जिले में सामने आया है. यहां एक लड़की कॉलेज में पढ़ती थी. वहां एक लड़के से प्यार करने लगी. परिजनों को जब उसके प्रेम प्रसंग के बारे में पता चला तो उन्होंने उसका विरोध किया. माता-पिता का मानना था कि वो लड़का उनकी बेटी के लायक नहीं है.
माता-पिता के विरोध को देखते हुए लड़की एक दिन अपने प्रेमी के साथ घर से भाग गई. लेकिन उसके जाने के बाद मां-बाप बहुत दुखी हुए. डिप्रेशन में रहने लगे. इसके इलाज के लिए दवाएं खाने लगे. इन्हीं दवाओं के ओवरडोज से उन दोनों की मौत हो गई. मृतकों की पहचान उन्नीकृष्ण पिल्लई और उनकी पत्नी बिंदू पिल्लई के रूप में की गई, जो कोल्लम जिले के पावुम्बा के रहने वाले थे. पुलिस ने कहा कि दंपति अपनी बेटी के रिश्ते की वजह से मानसिक रूप से बहुत परेशान चल रहे थे.
बताते चलें कि पिछले साल केरल के तिरुवनंतपुरम में खुदकुशी की एक सनसनीखेज वारदात सामने आई थी. यहां 28 साल की एक ट्रेनी डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली थी. बताया गया कि मृतका के प्रेमी ने उनसे शादी के लिए दहेज की मांग की थी. पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला था. मृतका शहाना तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज के सर्जरी डिपार्टमेंट में पीजी की स्टूडेंट थीं. 5 दिसंबर 2023 को कॉलेज के पास ही किराए के घर में उनको मृत पाया गया था. वो आरोपी डॉक्टर ईए रूवाइज से शादी करने वाली थी.
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मृतिका शहाना के परिजनों ने आरोप लगाया था कि उनसे दहेज के रूप में सोना, जमीन और एक बीएमडब्ल्यू कार की मांग की गई थी. शहाना का परिवार इतना ज्यादा दहेज देने में समर्थ नहीं था. इसके बाद प्रेमी ने शादी से इंकार कर दिया था. शुरूआत में पुलिस ने अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया था. लेकिन फिर पुलिस को मृतका के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला. इससे इस बात के संकेत मिले कि रूवाइज ने उनके परिवार से दहेज और प्रोपर्टी की मांग की थी. इसके बाद पुलिस ने उसको आरोपी बनाया था.
इस केस में आरोपी बनाए जाने के बाद मेडिकल एसोसिएशन ने रूवाइज को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया था. केरल पुलिस ने बताया कि शहाना और रूवाइज दोस्त थे. उन्होंने शादी करने का फैसला किया था. तिरुवनंतपुरम के वेंजारामूडु में रहने वाला उसका परिवार जब दहेज देने में समर्थ नहीं हुआ तो आरोपी ने शादी से मना कर दिया था. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने वुमेन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट को इस मामले में जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया था.