Sahitya AajTak Kolkata 2024: कोलकाता में साहित्य आजतक 2024 का मंच सजा, जहां सिनेमा की दुनिया के कई सितारों ने शिरकत की. साहित्य के भव्य समारोह में बॉलीवुड सिंगर अभिजीत भट्टाचार्य ने भी अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ से जुड़े कई राज खोले. फिल्मों में कई सुपरहिट गानों को अपनी आवाज देने वाले अभिजीत ने बताया कि कैसे उन्होंने गायकी की शुरुआत की और कैसे उन्हें सिंगर के तौर पर इंडस्ट्री में बड़ा ब्रेक मिला.
आरडी बर्मन बने थे अभिजीत के लिए मसीहा
अभिजीत ने बताया कि उन्हें सिंगिंग करियर की शुरुआत में स्ट्रगल करना पड़ा था. लेकिन फिर उनकी गायकी सुनने के बाद लेजेंडरी म्यूजिक डायरेक्टर आरडी बर्मन ने उन्हें बड़ा ब्रेक दिया था. आरडी बर्मन संग काम करने के एक्सपीरियंस को याद करते हुए अभिजीत बोले- लोगों का सपना होता है आरडी बर्मन के साथ काम करना. आरडी बर्मन के साथ काम करने का सपना देखना हिम्मत की बात थी.
उन्होंने आगे कहा- मैं इकलौता सिंगर था, जिसने उनके साथ काम किया है. ये मेरी उपलब्धि है. उस समय आरडी बर्मन शायद जिंदगी में पहली बार किसी को ब्रेक देने वाले थे. उन्होंने पहली बार ब्रेक मुझे ही दिया. मैं इकलौत वो सिंगर हूं. उन्होंने अपने टाइम में कई नए सिंगर्स को काफी प्रमोट किया था, लेकिन किसी को ब्रेक नहीं दिया था.
जब अभिजीत के ब्रेक पर लगा ‘ब्रेक’
अभिजीत ने ये भी कहा- कई सिंगर्स को अगर ऐसा लगता है कि उन्होंने आरडी बर्मन के साथ काम नहीं किया तो ठीक है, क्योंकि उनके साथ काम करने के लिए किसी सिंगर को एक मुकाम तक पहुंचना पड़ता था और शायद मैं उस मुकाम पर था, जब उन्होंने मुझे सुना, तो उन्होंने कुछ महीने लिए, लेकिन मुझसे फिर गाना गवाया, मुझे ब्रेक दिया. लेकिन उस वक्त प्रॉब्लम ये हुई कि वो फिल्म फ्लॉप हो गई. जब मुझे ब्रेक मिला तो मेरी शुरुआत पर ही ब्रेक लग गया था.
‘आरडी बर्मन के साथ मैं उस समय बैठा हूं, जब उनके साथ कोई नहीं बैठा था. कई लोग मेरे जरिए उनके एक्सपीरियंस को रिकॉल करते हैं. मैं जब पहले जाता था, तो उनका दरवाजा मेरे मुंह पर बंद होता था. लेकिन उसके बाद ऐसा समय भी आया, जब उनका दरवाजा मेरे लिए खुला रहता था. कोई रोकने वाला नहीं था, ना कोई वेलकम करने वाला था. लेकिन जब मैं उनके साथ बैठता था तो उनके अंदर कुछ ऐसा होता था कि वो देखकर कमरे के अंदर चले जाते थे.’
अभिजीत भट्टाचार्य ने आगे कहा- उस समय मेरे दो गाने बहुत हिट हुए थे. एक ओले-ओले और दूसरा वादा रहा सनम. तो ‘पंचम दा’ मुझे बोलते थे कि तुम हमेशा काम मांगने आते थे अब क्यों आए हो? मैंने उनसे कहा मैं बस आपके चर्णों को देखने आया हूं. मुझे बस अपने चर्णों को देखने दीजिए, क्योंकि मेरी इतनी हिम्मत नहीं थी कि मैं उनके साथ सिर उठाकर बात कर लूं.
लता मंगेशकर के साथ क्यों गा नहीं पाए अभिजीत?
अभिजीत ने बताया कि उन्हें इस बात का मलाल है कि उन्हें दिग्गज सिंगर लता मंगेशकर के साथ गाने का मौका कम मिला. अभिजीत बोले- लता मंगेशकर के साथ गाना मतलब बहुत बरसों का इंतजार करने जैसा था. मैंने उनके साथ डबिंग की है, लेकिन एक साथ कभी माइक पर गा नहीं पाया.
अभिजीत भट्टाचार्य की बात करें तो वो 90 के दशक के सुपरस्टार सिंगर्स में शुमार हैं. उन्होंने तुम्हें जो मैंने देखा, मैं अगर सामने, मेला दिलों का…जैसे शानदार गाने गाए हैं. उनके गाने आज भी फैंस के फेवरेट प्ले लिस्ट में शुमार हैं.