प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने शनिवार को ‘बुनियादी ढांचा और निवेश’ पर बजट के बाद के वेबिनार (Post-Budget Webinar) को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष का बजट आधारभूत संरचना के विकास को नई गति देने वाला है। दुनिया के बड़े-बड़े विशेषज्ञ और कई प्रतिष्ठित मीडिया हाउसेस ने भारत के बजट और राजनीतिज्ञ निर्णयों की भूरी-भूरी प्रशंसा की है।
उन्होंने (PM Modi in Post-Budget Webinar) कहा कि नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन के तहत सरकार आने वाले समय में 110 लाख करोड़ रुपए के निवेश का लक्ष्य लेकर चल रही है। ऐसे में प्रत्येक हितधारकों के लिए ये नई दायित्व, नई संभावनाओं और साहसपूर्ण निर्णय का समय है। किसी भी देश के विकास में आधारभूत संरचना का महत्व हमेशा से ही रहा है।
पीएम मोदी (PM Modi in Post-Budget Webinar) ने कहा कि दुर्भाग्य से आजादी के बाद आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर उतना बल नहीं दिया गया, जितना दिया जाना चाहिए था। हमारे यहां दशकों तक एक सोच हावी रही कि गरीबी एक मनोभाव है। इसी सोच की वजह से देश के इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश करने में पहले की सरकारों को दिक्कत होती थी। हमारी सरकार ने ना सिर्फ इस सोच से देश को बाहर निकाला है, बल्कि वो आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर रिकॉर्ड निवेश भी कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण को देश की अर्थव्यवस्था का प्रेरक शक्ति मानते हैं। इसी रास्ते पर चलते हुए भारत 2047 तक विकसित होने के लक्ष्य को प्राप्त करेगा। उन्होंने कहा कि गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान, भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर का, भारत के मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स का कायाकल्प करने जा रहा है। ये अर्थव्यवस्था और इंफ्रास्ट्रक्चर प्लानिंग को और विकास को एकीकृत करने का बहुत बड़ा माध्यम है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारा सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर जितना मजबूत होगा उतना ही प्रतिभाशाली और कुशल युवा काम करने के लिए आगे आ पाएंगे। इसलिए ही कौशल विकास, परियोजना प्रबंधन, वित्त कौशल पर जो दिया जाना बहुत आवश्यक है।