नांदेड़: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने रविवार को अडाणी समूह के कथित ‘घोटाले’ की चर्चा संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) में कराने की मांग की। उन्होंने कोयला आयात और अडाणी के प्रति ‘प्रेम’ को लेकर केंद्र पर निशाना साधा। चंद्रशेखर राव ने दावा किया कि केंद्र सरकार भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) पर अडाणी समूह में लगे पैसे के संबंध में जोखिम को लेकर उसपर गलत बयान देने का दबाव बना रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय बैंकिंग प्रणाली इस समस्या में शामिल है और पूरा देश चिंतित है। महाराष्ट्र के नांदेड़ में जनसभा को संबोधित करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के प्रमुख ने आरोप लगाया कि केंद्र राज्यों पर कोयला आयात के लिए मजबूर कर रहा है, जिसकी आपूर्ति केवल अडाणी समूह द्वारा की जा रही है। उन्होंने कहा कि कोयला आयात देश के साथ ‘धोखाधड़ी’ के समान है और बीआरएस के सत्ता में आने के बाद यह स्थिति बदलेगी।
चंद्रशेखर राव ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘ मेरा प्रधानमंत्री से अनुरोध है कि अडाणी समूह इतने बड़े घोटाले में शामिल है कि इसपर संयुक्त संसदीय समिति में चर्चा होनी चाहिए। लगभग 10 लाख करोड़ रुपये उड़ चुके हैं।” उन्होंने कहा, ‘‘सभी को पता है कि वह (अडाणी) आपके मित्र हैं। केवल दो वर्षों में वह दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए। अगर आप ईमानदार हैं तो संयुक्त संसदीय समिति का गठन करें। यह मेरी मांग हैं।” बीआरएस प्रमुख ने दावा किया कि एलआईसी के अडाणी समूह में 80 हजार करोड़ रुपये लगे हैं, लेकिन देश को भ्रमित करने के लिए केंद्र एलआईसी पर झूठा बयान देने के लिए दबाव बना रहा है कि यह खतरे में नहीं है।
उन्होंने कहा,‘‘ एलआईसी दुनिया की सबसे बड़ी और बेहतर प्रदर्शन करने वाली बीमा कंपनी है, लेकिन सरकार क्यों हस्तक्षेप कर रही है? ” कोयले की स्थिति पर बोलते हुए तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में कोयले का पर्याप्त भंडार है और अगले 120 साल तक यह चलेगा, लेकिन केंद्र सरकार राज्यों को आयातित कोयला खरीदने को मजबूर कर रही है, जिसकी आपूर्ति केवल अडाणी समूह करता है। उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र का जिस तरह का प्रेम अडाणी के लिए है, वैसा ही प्रेम देश की जनता के लिए होना चाहिए।”
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गौरतलब है कि अडाणी समूह पर अमेरिका स्थित हिंडनबर्ग रिसर्च ने शेयर के मूल्य बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने समेत अन्य आरोप लगाए हैं, जिसकी वजह से उसके शेयरों में भारी गिरावट आई है। अडाणी समूह ने आरोपों को झूठ बताकर उसका खंडन किया है और कहा कि वह सभी कानूनों का पालन करता है। चंद्रशेखर राव ने कहा, ‘‘कोयले का आयात देश से धोखा है। कोल इंडिया लिमिटेड ने पहले ही कहा है कि वह 250 किलोमीटर लंबी रेल पटरी बिछाने के लिए राशि का भुगतान कर चुका है, जिससे हमारे कोयला उत्पादन में कई गुणा वृद्धि होगी। लेकिन केंद्र सरकार ऐसा होने नहीं दे रही है।”
हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि वह किस रेल लाइन की बात कर रहे हैं। बीआरएस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘अगर हम देश में मौजूद सभी कोयला खदानों का उचित तरीके से इस्तेमाल करें तो हमें एक किलोग्राम कोयला भी किसी देश से आयात करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बीआरएस सत्ता में आने के बाद यह बदलाव करेगी।”