पुणे: महाराष्ट्र (Maharashtra) के पुणे (Pune) की नेशनल सेंटर फॉर रेडियोफिजिक्स केंद्र (National Center for Radiophysics Center) ने बड़ा दावा किया है। केंद्र के निदेशक यशवंत गुप्ता (Yashwant Gupta) का कहना है कि हमने एक ऐसी खोज की है जिसके जरिए करोड़ों प्रकाश वर्ष (light years) दूर स्थित गैलेक्सी से हाइड्रोजन गैस के उत्सर्जन में रेडियो सिग्नल को खोजा है। इससे सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि लाखों-करोड़ों साल पहले ब्रह्मांड में मौजूद गैलेक्सी को देख सकते हैं। इसके जरिए हम अपने गुजरे समय को भी देखने में कामयाब होंगे।
नेशनल सेंटर फॉर रेडियोफिजिक्स केंद्र के निदेशक यशवंत गुप्ता ने बताया कि इसकी मदद से हमें यूनिवर्स के इतिहास की पुनर्निमाण में मदद मिलेगी। हमने ब्रह्मांड में दूर की आकाशगंगाओं से तटस्थ परमाणु हाइड्रोजन गैस द्वारा उत्सर्जित रेडियो सिग्नल का पता लगाने से संबंधित एक नई खोज की।
With this, one can see the galaxy that existed millions and billions of years ago. It will enable one to look back in time. It allows us to reconstruct the history of the universe: Yashwant Gupta, Centre Director at National Centre for Radio Astrophysics (NCRA), Pune(3.2) pic.twitter.com/vdz80FjkK7
— ANI (@ANI) February 4, 2023
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दावा किया जा रहा है कि इससे करोड़ों-अरबों साल पहले मौजूद आकाशगंगा को देखा जा सकता है। यह व्यक्ति को समय में पीछे देखने में सक्षम करेगा। यह हमें ब्रह्मांड के इतिहास के पुनर्निर्माण की अनुमति देता है। फीलहाल जिस हिसाब से दावा किया जा रहा है कि उस हिसाब से चांद, तारे, सितारे, ब्रह्मांड का रहस्य जाना जा सकता है। तारों की दुनिया, हम सबकी दुनिया की उत्पत्ति का स्रोत क्या है। यह सभी जाना जाना जा सकता है।