Remote Voting Machine: रिमोट वोटिंग मशीन पर विपक्ष की आज एक बड़ी मीटिंग रखी गयी थी. इस मीटिंग के खत्म होने के बाद कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का एक बड़ा बयान सामने आया. इस विषय पर अपना बयान देते हुए दिग्विजय सिंह ने बताया कि विपक्षी दलों ने सर्वसम्मति ने इस रिमोट वोटिंग मशीन पर चुनाव आयोग के द्वारा पारित प्रस्ताव का विरोध करने का फैसला लिया है. दिग्विजय सिंह ने आगे बताते हुए कहा कि- आरवीएम (RVM) के प्रस्ताव में भारी राजनीतिक विसंगतियां और इसमें प्रवासी मजदूरों की परिवेब वार्ता जैसी चीजें भी स्पष्ट नहीं हैं.
क्या है रिमोट वोटिंग मशीन
अगर आप रिमोट वोटिंग मशीन के बारे में नहीं जानते हैं तो बता दें, रिमोट वोटिंग मशीन इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का ही आधुनिक और मोडिफाइड वर्जन है. इस टेक्नोलॉजी की मदद से भारत से बाहर रहने वाले लोगों को भी वोट करने में काफी सुविधा होगी. देश के बाहर या फिर देश के किसी भी कोने में रहने वाले हर मतदाता को मताधिकार मिल सके इसके लिए चुनाव आयोग ने इस रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की जानकारी दी थी.
रिमोट वोटिंग मशीन पर उठ रहा सवाल
बता दें कांग्रेस इस समय इसके विश्वसनीयता पर सवाल उठा रही है. ये कोई नयी बात नहीं है. कांग्रेस समेत कई अन्य विपक्षी पार्टियां आये दिन EVM को लेकर भी सवाल उठती रही है. बता दें बसपा की प्रमुख मायावती ने आज EVM को लेकर भी सवाल खड़े किये हैं. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि आने वाले वक्त में सभी चुनाव बैलट पेपर से कराए जाएं.
मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने में मददगार
चुनाव आयोग ने दिसंबर महीने के अंत में रिमोट वोटिंग मशीन के बारे में बताते हुए कहा था कि- चुनाव में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए घरेलू प्रवासी वोटरों के लिए रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का एक शुरुआती मॉडल तैयार किया गया है. बता दें चुनाव आयोग ने कल यानी की 16 जनवरी को रिमोट वोटिंग मशीन पर विचार और चर्चा करने के लिए एक बैठक भी बुलाई है. इस बैठक में सभी दलों के अध्यक्षों और महासचिवों को भी बुलाया गया है. इस बैठक के दौरान सभी पोलिटिकल पार्टीज के सामने इस मशीन को इस्तेमाल करके दिखाया जाएगा.