CBI Raid: केंद्रीय जांच ब्यूरो ने 217 करोड़ रुपये से अधिक की बैंक धोखाधड़ी के संबंध में एक निजी कंपनी, उसके निदेशकों और एमडी के खिलाफ चार अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं. एजेंसी ने केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, आईडीबीआई बैंक लिमिटेड और एक्जिम बैंक द्वारा दायर शिकायतों के आधार पर पीएसएल लिमिटेड के खिलाफ मामला दर्ज किया.
पहला मामला केनरा बैंक से 30.49 करोड़ (लगभग) की धोखाधड़ी का
ई-सिंडिकेट बैंक (अब केनरा बैंक) से 30.49 करोड़ रुपये (लगभग) की धोखाधड़ी करने के आरोप में पहला मामला पीएसएल लिमिटेड और अन्य के खिलाफ दर्ज किया गया था. शिकायतकर्ता ने आगे आरोप लगाया कि उक्त निजी कंपनी, जो पाइप निर्माण और पाइप कोटिंग के व्यवसाय में थी, ने ई-सिंडिकेट बैंक से ऋण सुविधाओं का लाभ उठाया और इसके बाद धन को अपनी सहायक कंपनियों में भेज दिया.
दूसरा मामला फर्म, उसके निदेशकों, एमडी और अन्य के खिलाफ
दूसरा मामला फर्म, उसके निदेशकों, एमडी और अन्य के खिलाफ ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (अब पंजाब नेशनल बैंक के साथ विलय) को 51.90 करोड़ (लगभग) रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था. ऐसा आगे आरोप था कि उक्त निजी कंपनी ने गेल और एनटीपीसी से प्राप्त कार्य आदेशों को निष्पादित करने के लिए ऋण सुविधाओं का लाभ उठाया. यह भी आरोप लगाया गया कि आरोपियों ने बैंक को सूचित किए बिना जानबूझकर परियोजनाओं से प्राप्त धन की हेराफेरी की.
तीसरा मामला IDBI बैंक लिमिटेड को 29.06 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का
तीसरा मामला पीएसएल लिमिटेड और अन्य के खिलाफ आईडीबीआई बैंक लिमिटेड को 29.06 करोड़ (लगभग) रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था. शिकायत में फर्म पर बैंक से प्राप्त ऋण का उपयोग विभिन्न परियोजनाओं के लिए स्वीकृत उद्देश्यों के अलावा अन्य उद्देश्यों के लिए उपयोग करने का आरोप लगाया गया था.
चौथा मामला 105.92 करोड़ की धोखाधड़ी का
चौथा मामला निजी कंपनी और अन्य के खिलाफ एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक ऑफ इंडिया (एक्जिम बैंक) से 105.92 करोड़ रुपये (लगभग) की धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया गया था. ऐसा आगे आरोप था कि आरोपी ने कार्य आदेश निष्पादित करने के लिए ऋण सुविधाओं का लाभ उठाया, लेकिन प्राप्त धन को जानबूझकर अन्य उद्देश्यों के लिए डायवर्ट किया.
मुंबई, नोएडा और दिल्ली सहित 12 स्थानों पर छापेमारी
गुरुवार को, एजेंसी ने मुंबई (8) और दमन, कच्छ, नोएडा और दिल्ली में एक-एक सहित 12 स्थानों पर आरोपियों/संस्थाओं के परिसरों में तलाशी ली, जिसके कारण आपत्तिजनक दस्तावेज और सामान बरामद हुए. ‘सहदेव प्रोजेक्ट्स प्रा. में पूर्णकालिक निदेशक देवकी नंदन सहगल के परिसरों में तलाशी के दौरान. लिमिटेड, सहार प्लाजा कॉम्प्लेक्स, अंधेरी, मुंबई में गुरुवार को यूएसडी 90413 और 1.99 करोड़ रुपये मुंबई में बरामद किए गए,’ सीबीआई ने एक बयान में कहा.