राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पूर्ण गणवेश में अनुशासित तरीके से किया पथ संचलन

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पूर्ण गणवेश में अनुशासित तरीके से किया पथ संचलन
– करमा के सिरसिया ठकुराई मंडल में हुआ आयोजन

सोनभद्र ब्यूरो चीफ दिनेश उपाध्याय-(ओबरा/सोनभद्र/उत्तर प्रदेश)डिजिटल भारत न्यूज टुडे नेटवर्क 24×7 LIVE
सोनभद्र। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के गौरवमयी शताब्दी वर्ष के अवसर करमा के सिरसिया ठुकराई मंडल में विजयादशमी उत्सव व पथ संचलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्वयंसेवकों ने पूर्ण गणवेश में भाग लिया और अनुशासित तरीके से पथ संचलन किया। पथ संचलन का उद्देश्य समाज में एकता और सांस्कृतिक चेतना का प्रसार करना है।पथ संचलन से पूर्व विभाग संपर्क प्रमुख बृजेश जी द्वारा एकत्रित स्वयं सेवकों को संघ की 100 वर्ष गौरव पूर्ण यात्रा पर पाथेय प्राप्त हुआ।बौद्धिक उद्बोधन मे विभाग संपर्क प्रमुख वृजेश सिंह ने संघ के स्थापना से लेकर अब तक संघ के गौरवमयी स्मृतियों पर प्रकाश डाला उन्होंने कहा आज संघ शून्य से शिखर तक पहुँच चुका है आज राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ विश्व की सबसे बड़ी स्वयंसेवी संस्था है।यह वर्ष संघ का शताब्दी वर्ष है और 2025 विजयादशमी से 2026 विजयादशमी तक संघ शताब्दी वर्ष के कार्यक्रम मनाएगा।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुख्य उद्देश्य हिंदू संस्कृति, एकता और राष्ट्रीय गौरव को बढ़ावा देना है।आज भी बहुत सारे संत महात्मा और संगठन राष्ट्र की धर्म संस्कृति की रक्षा करने के लिए तत्पर हैं संघ ने भी उसी क्रम में समाज की के पुनरुत्थान के लिए कार्य प्रारंभ किया।आरएसएस स्वयंसेवकों के माध्यम से सामाजिक सेवा, शिक्षा और चरित्र निर्माण पर जोर देता है। यह शाखाओं के जरिए शारीरिक प्रशिक्षण, अनुशासन और बौद्धिक विकास के जरिए व्यक्ति निर्माण करता है। आज संघ के समाज जीवन से जुड़े अनेक संगठन है जो विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं और उनकी अपनी विशेष पहचान है।सेवा के 1 लाख से अधिक प्रकल्प चलते हैं।संघ का कार्य किसी के प्रतिक्रिया में या निषेधात्मक नहीं है यह धर्म की रक्षा करते हुए राष्ट्र को परम वैभव पर ले जाने के लिए एक सकारात्मक कार्य योजना लेकर चलने वाला संगठन है।अब तक के इतिहास में यह सिद्ध हुआ है कि कार्य इस दिशा में बहुत हुआ परंतु उन सब के लिए आभार व्यक्त करते हुए और उनसे प्रेरणा लेते हुए हमें यह शिक्षा लेनी है कि दीर्घकाल तक कार्य करने के लिए हमें अनुशासन और संगठन करना होगा तथा अपने हृदय में अक्षय ध्येय निष्ठा जागृत रखनी होगी तभी हमें सफलता मिलेगी और भारत माता विश्व गुरु के सिंहासन पर अधिष्ठित हो सकेंगी।पथ संचलन का कार्यक्रम राज कॉन्वेंट स्कूल करमा से करमा बाजार भ्रमण करते हुए वापस राज कॉन्वेंट स्कूल पर पदयात्रा का विश्राम हुआ। सोनभद्र नगर प्रचारक हरेंद्र, खंड कार्यवाह कामेश,खंड संपर्क प्रमुख भूपेंद्र ,खंड प्रचार प्रमुख संतोष ,खंड सह कार्यवाह जितेंद्र, विचार परिवार से आशुतोष सिंह अंकुर, राजेश मिश्रा, राजेन्द्र त्रिपाठी, गोपाल सिंह वैद्य, वरुण त्रिपाठी,नीरज तिवारी व अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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