दुद्धी, विण्ढमगंज, बभनी और म्योरपुर में मिलावटी मिठाइयों की भरमार, खानापूर्ति तक सीमित फूड इंस्पेक्टर की कार्रवाई |
दुद्धी (सोनभद्र)। रक्षाबंधन जैसे पावन पर्व को देखते हुए दुद्धी, विण्ढमगंज, बभनी और म्योरपुर सहित आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में मिलावटी मिठाइयों की बिक्री जोरों पर है। झारखंड से बड़ी मात्रा में पहुंच रही केमिकल युक्त मिठाइयाँ इन क्षेत्रों के बाजारों में धड़ल्ले से बिक रही हैं। दुकानदार खुलेआम घटिया क्वालिटी की मिठाइयाँ बेच रहे हैं, जिससे उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।

स्थिति इतनी चिंताजनक है कि अब ऐसे लोग भी मिठाई की दुकानें चला रहे हैं जिनका इस व्यवसाय से कभी कोई लेना-देना नहीं रहा। खासकर त्योहारों के समय थोड़े मुनाफे के लिए ये व्यापारी मिलावटी मिठाइयाँ कम दामों में बेच रहे हैं। 160 से 300 रुपये प्रति किलो तक बिक रही ये मिठाइयाँ गुणवत्ता और स्वच्छता की दृष्टि से बेहद निम्न स्तर की हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों के भोले-भाले उपभोक्ता, विशेष रूप से आदिवासी समुदाय के लोग, सस्ती मिठाइयों के लालच में इन्हें जमकर खरीद रहे हैं।
स्थानीय ग्राहक सवाल उठा रहे हैं — जब शुद्ध खोवा 300 रुपये किलो बिक रहा है, तो उससे बनी मिठाइयाँ 240 रुपये किलो कैसे उपलब्ध हो रही हैं? यह सीधा-सीधा मिलावट का प्रमाण है।
फूड इंस्पेक्टर की खानापूर्ति, गिने-चुने दुकानों से ही लिया सैंपल
मामले की गंभीरता को देखते हुए फूड इंस्पेक्टर मंगल ने दुद्धी में कुछ मिठाई दुकानों पर औपचारिक छापेमारी की। लेकिन यह कार्रवाई केवल दिखावे तक सीमित रही। सिर्फ गिने-चुने प्रतिष्ठित मिष्ठान दुकानों से ही सैंपल लेकर खानापूर्ति कर ली गई, जबकि बाकी तमाम अस्थायी व झारखंड से आई मिठाइयाँ बेचने वालों को पूरी तरह अनदेखा कर दिया गया।
छापेमारी के कुछ घंटों बाद ही वही दुकानदार फिर से अपनी दुकानें खोलकर मिलावटी मिठाइयाँ बेचते देखे गए। इससे यह साफ हो गया कि विभाग की कार्रवाई केवल औपचारिकता भर थी।
विण्ढमगंज, बभनी और म्योरपुर क्षेत्रों में तो अब तक किसी प्रकार की जांच या छापेमारी तक नहीं हुई है, जिससे मिलावटखोरों का हौसला और भी बुलंद हो गया है।
जनता की मांग – हो सख्त कार्रवाई
स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों की ओर से प्रशासन से ये मांग की जा रही है कि:
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सभी प्रभावित क्षेत्रों में खाद्य सुरक्षा टीम की तैनाती की जाए।
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सभी मिठाई दुकानों की बराबरी से जांच हो, न कि केवल प्रतिष्ठित दुकानों से सैंपल लेकर खानापूर्ति की जाए।
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मिलावटी मिठाइयों की आपूर्ति और भंडारण पर सख्त रोक लगाई जाए।
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दोषी दुकानदारों और आपूर्तिकर्ताओं पर कड़ी कानूनी कार्रवाई हो।
जब तक विभाग ईमानदारी से कार्रवाई नहीं करेगा, तब तक दुद्धी, विण्ढमगंज, बभनी और म्योरपुर जैसे क्षेत्र मिलावटी खाद्य पदार्थों के भंडार बने रहेंगे, और जनता की सेहत खतरे में बनी रहेगी।


