मंत्रों का सस्वर विधान पूर्वक जप करने से हमारे अंदर अद्भुत शक्ति का सृजन होता है- श्री शनिपीठाधीश्वर बालयोगेश्वर स्वामी श्री शनिदेव जी महाराज
सोनभद्र ब्यूरो चीफ दिनेश उपाध्याय-(ओबरा/सोनभद्र/उत्तर प्रदेश)–डिजिटल भारत न्यूज टुडे नेटवर्क 24×7 LIVE
ओबरा/सोनभद्र।मंत्रों का सस्वर विधान पूर्वक जप करने से हमारे अंदर अद्भुत शक्ति का सृजन होता है,ग्रहादि के अशुभ प्रभाव दूर होते हैं और मनोवांछित फल प्राप्त होता है।यह बातें शनिसिंगणापुर शनिपीठ महाराष्ट्र से पधारे श्री शनिपीठाधीश्वर बालयोगेश्वर स्वामी श्री शनिदेव जी महाराज ने शनि मंदिर सेक्टर आठ में भक्तों के सम्मुख अपने विचार व्यक्त करते हुए कही।श्री महाराज जी ने कहा कि वास्तव में शरीर की आंतरिक और बाहरी शक्तियों का मजबूत और सक्रिय होना ही जीवन है। किंतु यही शक्तियाँ जब कमजोर होकर निष्क्रिय हो जाती है तो अपयश, रोग, मृत्युतुल्य कष्ट का कारण बनती हैं।
मंत्र इन शक्तियों को मानसिक और व्यावहारिक रुप से सबल बनाकर जीवन को गति प्रदान करता है। सृष्टि के नियम और अटल मृत्यु को ध्यान में रखकर विचार किया जाए तो भौतिक सुख को पाने और दुःखों के शमन के लिए मंत्र निश्चित रुप से शुभ फल देने वाला है। मंत्रों की शक्ति अपरिमित है, सवाल केवल भावना,श्रद्धा एवं विश्वास का है।इस अवसर पर राजेन्द्र उपाध्याय, राजन शर्मा,डी.एन.शर्मा,मंदर प्रबंधक सत्यप्रकाश, मंदिर पुजारी कमलेश उपाध्याय,विष्णु प्रसाद गुप्ता, सौरभ,उर्मिला पांडेय,राजुल पांडेय सहित तमाम भक्तगण उपस्थित रहे।