जच्चा बच्चा की मौत प्रकरण में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच की शुरू
बुधवार को नदी में दफनाए नवजात के शव को बाहर निकलवाकर पीएम के लिए भेजा
नए कानून के तहत दुद्धी में दर्ज हुआ पहला मुकदमा ,प्रेरणा हॉस्पिटल के प्रबंधक , चिकित्सक के खिलाफ 105 बीएनीस के तहत दर्ज हुआ मुकदमा
दुद्धी सोनभद्र। क़स्बे के एनजीओ के नाम पर संचालित प्रेरणा हॉस्पिटल में सोमवार की रात्रि में नवजात व उसके कुछ घण्टे बाद प्रसूता की मौत के मामले में कोतवाली पुलिस ने मृतिका संगीता देवी के पति सोनू पटेल के तहरीर पर प्रेरणा अस्पताल के प्रबंधक समेत कथित चिकित्सक के खिलाफ मंगलवार की रात्रि 105 बीएनएस के तहत अभियोग पंजीकृत कर मामले की जांच में जुट गई है ।
वही बुधवार की सुबह नायब तहसीलदार घनश्याम दास व कोतवाली पुलिस के एसएसआई काशी सिंह कुशवाहा व एसआई संजीव राय अपने हमराहियों के साथ लौवा नदी के किनारे नवजात के शव को दफनाए गए स्थल पहुँचे और वहां से दफनाए हुए शिशु के शव को कब्र से बाहर निकलवाकर पीएम के लिए भेज दिया |मामले में डीएम चंद्रविजय सिंह के सख्त रुख अख्तियार कर हरकत में आई प्रशासन ने रात्रि में ही मुकदमा दर्ज कर बुधवार की सुबह से ही मामले की जांच की शुरुवात कर दी है| बता दे कि 1 जुलाई से नए कानून लागू होने के बाद दुद्धी पुलिस ने गैर इरदातन हत्या 105 बीएनएस के तहत कोतवाली में पहला मामला दर्ज किया है| उधर क़स्बे में संचालित हो रहे दर्जनों फर्जी अस्पतालो के संचालकों में हड़कंप की स्थिति देखी जा रही है|बता दे कि हाथीनाला थाना क्षेत्र के बहराडोल के ग्रामीण सोनू पटेल ने प्रसव पीड़ा होने पर डिलेवरी के लिए पड़ोसी गाँव गड़दरवा के एक झोलाछाप चिकित्सक बलराम के कहने पर दुद्धी प्रेरणा हॉस्पिटल में सोमवार की शाम भर्ती कराया था जहाँ जच्चा बच्चा दोनों की मौत हो गयी|