संवाददाता- उमेश कुमार भारती -(छत्तरपुर/पलामू/झारखण्ड)–डिजिटल भारत न्यूज 24×7 LIVE

छतरपुर (पलामू)। अपराध पर नकेल कसने में जुटी छतरपुर पुलिस ने शनिवार देर रात एक बड़ी वारदात को होने से पहले ही विफल कर दिया। थाना क्षेत्र के सीलदाग गांव में हत्या की साजिश रच रहे चार अपराधियों को पुलिस ने घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई ने संभावित हत्या की घटना को टाल दिया।
सूत्रों के मुताबिक, 29 नवंबर को पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि कुछ अपराधी एक व्यक्ति की हत्या की योजना बनाने के लिए सीलदाग इलाके में जुटे हैं। सूचना मिलते ही अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के निर्देश पर तुरंत एक विशेष टीम गठित की गई और पुलिस दल सीलदाग गांव की ओर रवाना हो गया।पुलिस को देखते ही चारों आरोपी भागने की फिराक में थे, लेकिन जवानों ने उन्हें दौड़ाकर धर दबोचा।
पूछताछ करने पर बताया कि गाँव की ही एक महिला को शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव डाला जा रहा था। महिला ने लगातार इसका विरोध किया और अपने पति को पूरी घटना बताई। जिसके बाद महिला के पति एवं अपराधी के बीच इसको लेकर लड़ाई झगड़ा भी हुआ। इसी बात को लेकर अपराधी ने महिला के पति की हत्या करने की साजिश रची। साजिश के तहत उसने अपने साथ तीन और लोगों को साथ में लिया और महिला के पति को मारने के लिए उसके घर का पूरा रेकी भी कर लिया और एक देशी कट्टा, गोली के साथ व्यवस्था कर लिया। योजना के अनुसार राजवंश परहिया को गोली चलाना था। अगर किसी कारण गोली न चले तो राजू साव और सहदेव विश्वकर्मा अपने साथ ले गए चाकू से उसकी हत्या कर देते। लेकिन घटना करने से पहले ही पुलिस के द्वारा सभी अपराधकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
बरामद सामान
देसी कट्टा – 1
देसी कट्टा का जिंदा कारतूस – 1
मोबाइल फोन – 2
गिरफ्त में आए अपराधी
1. राजवंश परहिया, पिता धर्मदेव परहिया — पूर्व में भी जेल जा चुका है
2. राजू साव, पिता स्व. बैजनाथ साव
3. मंटू कुमार परहिया, पिता सतनारायण परहिया — तीनो ग्राम कुण्डौली टोला खोंगा, थाना छतरपुर, जिला पलामू
4. सत्यदेव विश्वकर्मा, पिता बोला विश्वकर्मा — गांव सीलदाग, थाना छतरपुर
गठित टीम
1. अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, छतरपुर
2. पु०अ०नि सह थाना प्रभारी प्रशांत प्रसाद, छतरपुर थाना
3. पु०अ०नि सुशील उरांव, छतरपुर थाना
4. पु०अ०नि अनिल कुमार रजक, छतरपुर थाना
5. पु०अ०नि राहुल कुमार, छतरपुर थाना
6. सशस्त्र बल, छतरपुर थाना, पलामू
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि समय रहते कार्रवाई न होती तो क्षेत्र में बड़ी रक्तपात की घटना हो सकती थी। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।


