छतरपुर को जिला बनाने की गूंज तेज — हाईस्कूल मैदान में ‘छतरपुर जिला बनाओ संघर्ष मोर्चा’ की हुंकार छठ पूजा के बाद दो नवंबर को होगी अगली निर्णायक बैठक, गांव-गांव चलाया जाएगा जन आंदोलन

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संवाददाता- उमेश कुमार भारती -(छत्तरपुर/पलामू/झारखण्ड)–डिजिटल भारत न्यूज 24×7 LIVE

छतरपुर (पलामू)।छतरपुर को जिला बनाने की मांग अब जनआंदोलन का रूप लेती जा रही है। रविवार को छतरपुर हाई स्कूल मैदान में “छतरपुर जिला बनाओ संघर्ष मोर्चा” की दूसरी महत्वपूर्ण बैठक सैकड़ों लोगों की उपस्थिति में संपन्न हुई, जिसमें इलाके भर से लोगों ने एक स्वर में छतरपुर को जिला घोषित करने की मांग उठाई।

बैठक की अध्यक्षता जिला परिषद प्रतिनिधि फंटूस जायसवाल ने की, जबकि संचालन अजय कुमार सिंह ने किया। मोर्चा के संयोजक अरविंद गुप्ता चुनमुन ने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कहा कि —

“छतरपुर भौगोलिक, जनसंख्या, सांस्कृतिक, आर्थिक और परिवहन सभी दृष्टिकोणों से जिला बनने की हर अहर्ता रखता है। सरकार यदि अब भी पहल नहीं करती, तो इलाके के लोग आंदोलन करने को बाध्य होंगे।”

बैठक में वक्ताओं — फंटूस जायसवाल, अमित जायसवाल, पप्पू यादव, तनवीर खान, रणजीत गुप्ता, दीपक सिंह, संदीप सरकार सहित कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने छतरपुर को जिला बनाने के महत्व पर विस्तार से चर्चा की।

सभी वक्ताओं ने एकमत होकर कहा कि आजादी के बाद से छतरपुर विकास से वंचित रहा है। सरकारें बदलीं, प्रतिनिधि बदले, लेकिन छतरपुर की तस्वीर नहीं बदली। वक्ताओं ने कहा कि छतरपुर, हरिहरगंज, नौडीहा बाजार, पिपरा, सरैडीह, लठेया, नावा बाजार, डाली, चेगौना जैसे इलाके प्रशासनिक दृष्टि से जुड़कर एक नए जिले के रूप में विकसित हो सकते हैं।

मोर्चा के निर्णय और आगे की रणनीति

बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि छठ पूजा के बाद 2 नवंबर (रविवार) को फिर से बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें संघर्ष मोर्चा की विस्तारित कमेटी का गठन किया जाएगा और आगामी आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी।

मोर्चा के संयोजक फंटूस जायसवाल ने कहा —

“अब गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक किया जाएगा। सरकार को बताना होगा कि छतरपुर अब जाग चुका है, जिला बनना हमारा अधिकार है।”

वहीं पूर्वी क्षेत्र के जिला परिषद सदस्य अमित जायसवाल ने कहा कि वे तन-मन-धन से इस आंदोलन के साथ हैं, क्योंकि छतरपुर के जिला बनने से पूरे इलाके का विकास सुनिश्चित होगा।

पुराने प्रयासों को मिली नई ऊर्जा

गौरतलब है कि दो दशक पूर्व भी छतरपुर को जिला बनाने की पहल शुरू हुई थी, परंतु राजनीतिक इच्छाशक्ति के अभाव में यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया। अब यह आंदोलन फिर से जोर पकड़ चुका है। उल्लेखनीय है कि झारखंड के वर्तमान राज्यपाल संतोष गंगवार और पूर्व राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को भी इस संबंध में संघर्ष मोर्चा के संयोजक अरविंद गुप्ता चुनमुन ज्ञापन सौंप चुके हैं।

बैठक में बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी

बैठक में छतरपुर अनुमंडल के विभिन्न पंचायतों और इलाकों से प्रसिद्ध कुमार, कविलास मंडल, मनोज गुप्ता, दीपक सिंह, पंकज कुमार, नागेंद्र सिंह, अजय चंद्रवंशी, सोनू विश्वकर्मा, राकेश सिंह, उमेश यादव, हरिनारायण सिंह, बसंत कुमार, प्रह्लाद राम, तनवीर खान, कुंदन जायसवाल समेत सैकड़ों लोग शामिल हुए।

छतरपुर को जिला बनाने की इस मुहिम ने अब जनभावना का रूप ले लिया है। लोगों का कहना है कि अब और इंतजार नहीं — अगर सरकार ने जल्द निर्णय नहीं लिया, तो यह आंदोलन और व्यापक होगा।

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