व्यापार मंडल ने व्यापारियों की समस्याओं को लेकर नायब तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
दुद्धी, सोनभद्र। स्थानीय व्यापारियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल कमेटी, दुद्धी ने शुक्रवार को नायब तहसीलदार को एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन के माध्यम से संगठन ने प्रशासन से मांग की है कि नगर में चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान छोटे-बड़े व्यापारियों को पर्याप्त समय और सहयोग प्रदान किया जाए, ताकि उनका व्यापार और परिवार दोनों सुरक्षित रह सकें।

व्यापार मंडल अध्यक्ष अमरनाथ जायसवाल और महामंत्री जसवंत मौर्या ने संयुक्त रूप से यह ज्ञापन उप जिलाधिकारी (एसडीएम) दुद्धी के नाम संबोधित करते हुए नायब तहसीलदार ओ.पी. सिंह को सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि दुद्धी बाजार में अनेक व्यापारी अपनी जीविका चलाने के लिए सड़क किनारे पटरी पर दुकानें लगाते हैं या छज्जा-करकट डालकर छोटे-छोटे व्यापार करते हैं। ये दुकानें न केवल उनके परिवार के भरण-पोषण का साधन हैं बल्कि आसपास की स्थानीय जनता की दैनिक आवश्यकताओं की भी पूर्ति करती हैं।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि दुद्धी नगर पंचायत क्षेत्र के कई हिस्सों में आज भी नाली और स्थायी दुकानों का निर्माण नहीं हुआ है। ऐसी स्थिति में छोटे दुकानदार केवल पटरी और सड़क किनारे अस्थायी गुमटी या झोपड़ी डालकर अपने परिवार की जीविका चलाते हैं। लेकिन प्रशासन द्वारा अचानक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई तो इन छोटे व्यापारियों के सामने रोज़ी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। संगठन का कहना है कि यदि बिना समय दिए ऐसे गुमटियों और छज्जों को हटाया गया तो कई परिवार भुखमरी के कगार पर पहुँच जाएंगे।
व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने प्रशासन से मांग की कि व्यापारियों को कम से कम एक सप्ताह का समय दिया जाए, ताकि वे अपने सामान को सुरक्षित स्थान पर रख सकें और वैकल्पिक व्यवस्था खोज सकें। संगठन ने जोर देकर कहा कि प्रशासन को चाहिए कि वह व्यापारियों के साथ सहयोगात्मक रवैया अपनाए और सामाजिक-व्यावहारिक समाधान तलाशे।
ज्ञापन में आगे कहा गया कि नगर के अधिकांश छोटे व्यापारी दिहाड़ी मजदूरी पर निर्भर रहते हैं और जो दुकानें सड़क किनारे बनी हैं, वही उनके लिए आय का एकमात्र साधन हैं। ऐसे में यदि दुकानें उजाड़ दी जाती हैं, तो इन परिवारों के सामने आर्थिक संकट गहरा जाएगा। संगठन ने यह भी कहा कि विकास कार्यों में व्यापार मंडल सदैव प्रशासन का सहयोग करता रहा है और आगे भी करता रहेगा, लेकिन ऐसी किसी भी कार्रवाई से पहले जनप्रतिनिधियों और व्यापार संगठनों को विश्वास में लिया जाना आवश्यक है।
नायब तहसीलदार ओ.पी. सिंह ने व्यापार मंडल का ज्ञापन प्राप्त कर आश्वस्त किया कि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा और उचित स्तर पर कार्यवाही की जाएगी। साथ ही नगर पंचायत अध्यक्ष को भी इस विषय में अवगत कराया गया है, ताकि व्यापारियों को अनावश्यक असुविधा न हो।
ज्ञापन सौंपने के दौरान व्यापार मंडल के कई पदाधिकारी और व्यापारी मौजूद रहे। उन्होंने भी अपनी-अपनी समस्याओं को विस्तार से रखा और प्रशासन से संवेदनशील रवैया अपनाने की अपील की।
स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि वे नगर की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं और यदि उन्हें हटाया गया तो न केवल उनके परिवार बल्कि नगर की व्यावसायिक गतिविधियाँ भी प्रभावित होंगी। इसलिए प्रशासन को ऐसे कदम उठाने चाहिए जिससे विकास कार्य भी आगे बढ़े और छोटे व्यापारियों का जीवन-यापन भी सुरक्षित रहे।


