अवैध तरीके से चल रहे अस्पताल में ऑपरेशन किए हुए मिले कई मरीज,फिर भी नोडल द्वारा नहीं हुई कोई कार्यवाही।
नोडल के आशीर्वाद से दुद्धी क्षेत्र में कई अवैध अस्पताल व पैथोलॉजी सेंटर फल फूल रहे।
(दुद्धी )कस्बे से एक बार फिर चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है। नोडल टीम की छापेमारी में न सिर्फ गुमटी में चल रहा पैथोलॉजी सेंटर पकड़ा गया, बल्कि अवैध तरीके से चल रहे अस्पताल में ऑपरेशन किए हुए मरीज भी मिले। सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि पिछले रविवार को ही इन अस्पतालों को सील किया गया था, फिर भी यहां सर्जरी चल रही थी। सवाल ये उठता है कि आखिरकार ऐसे अस्पताल किसके सह पर खुलेआम मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं।

जबकि सोनभद्र जनपद के कई अस्पतालों में हाल के दिनों में ऐसे ही लापरवाही के कारण से मौत के मामले सामने आ चुके हैं। कई मानक विहिन अस्पताल पाए गए तो कई जगह नियमों की अनदेखी की बातें सामने आई बावजूद ऐसे स्वास्थ्य माफियों को अगर देखें तो उन पर हुई कार्रवाई का भी कोई खास असर नहीं दिख रहा।

पूरा मामला है सोनभद्र जनपद के दुद्धी कस्बे का जहां स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई के बाद भी अवैध अस्पताल और पैथोलॉजी सेंटर धड़ल्ले से चल रहे हैं।
नोडल अधिकारी और एडिशनल सीएमओ डॉ. गुलाब शंकर यादव और डॉ. कीर्ति आजाद विंद ने हॉस्पिटल रोड पर छापा मारा।
छापेमारी में गुमटी में संचालित पैथोलॉजी लैब पकड़ी गई। मौके पर जांच करने वाला युवक डीएमएलटी नहीं बल्कि इंटर पास निकला। टीम ने पैथोलॉजी को सील कर नोटिस थमा दिया।
इसी दौरान टीम ने एक अस्पताल का औचक निरीक्षण किया।
जांच में तीन मरीज सर्जरी के पाए गए। एक हार्निया का मरीज और दो महिला मरीज डिलीवरी के।
हैरानी की बात ये रही कि मौके पर न कोई डॉक्टर मिला और न ही कोई सर्जन।
जैसे ही एडिशनल सीएमओ की भनक इलाके के दूसरे गैर पंजीकृत पैथोलॉजी सेंटरों को लगी, कई संचालक शटर गिराकर फरार हो गए।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जांच में अब तक दो लैब को सील किया गया है।
वहीं जिस अस्पताल में ऑपरेशन मरीज मिले हैं, उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।
लेकिन बड़ा सवाल यही है कि
लगातार कार्रवाई और सीलिंग के बाद भी आखिर इन अवैध अस्पतालों का संचालन किसके सह पर चल रहा है।
क्या स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई सिर्फ औपचारिकता है या फिर इनके पीछे कोई बड़ा खेल छुपा है।
आपको बता दें कि इस मामले में यह भी जानकारी की बात सामने आई है कि दुद्धी कस्बे में बाहर से साधारण आवास की तरह दिखने वाली इमारतों के अंदर बच्चों का आईसीयू तक चल रहा है। इस मामले की जांच अभी जारी है और स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है।


