सोनभद्र: सर्पदंश की दो घटनाएं, दोनों महिलाएं सीएचसी में भर्ती – जनहित में जागरूकता भी जरूरी |
दुद्धी/सोनभद्र। सोमवार को सर्पदंश की दो अलग-अलग घटनाओं में दो महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं, जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) दुद्धी में भर्ती कराया गया है। दोनों ही मामलों में समय पर इलाज शुरू होने से महिलाओं की स्थिति फिलहाल खतरे से बाहर बताई जा रही है।

पहली घटना झारखंड के सुंडीपुर गांव की है, जहाँ 45 वर्षीय सरिता देवी को उस समय जाड़ा सर्प ने डस लिया जब वह अपने घर के बाहर घास की कटाई कर रही थीं। दूसरी घटना विंढमगंज थाना क्षेत्र के पतरिहा गांव में हुई, जहाँ 35 वर्षीय प्रभावती देवी को खेत में धान की रोपाई करते समय एक अज्ञात विषैले सर्प ने डस लिया।
परिजन दोनों महिलाओं को तत्काल निजी साधन से सीएचसी दुद्धी लेकर पहुँचे, जहाँ डॉक्टरों की टीम उनकी देखभाल में लगी हुई है।
🛑 जनहित में जागरूकता: सर्पदंश से बचाव और प्राथमिक उपचार बहुत जरूरी
सर्पदंश के मामले मानसून में तेजी से बढ़ जाते हैं। खेतों में काम करने वाले श्रमिक, खासकर महिलाएं, अक्सर इसके शिकार बनती हैं। ऐसे में निम्नलिखित बातों की जानकारी और पालन जरूरी है:
✅ खेत या झाड़ियों में काम करते समय जूते, दस्ताने और मोटे कपड़े पहनें।
✅ अंधेरे स्थानों या झाड़ियों में हाथ डालने से बचें।
✅ सर्पदंश की स्थिति में झाड़-फूंक या देरी नहीं, तुरंत नजदीकी अस्पताल जाएं।
✅ काटे गए अंग को स्थिर रखें और व्यक्ति को शांत रखें, ताकि ज़हर तेजी से न फैले।
✅ सांप को मारने या पकड़ने की कोशिश न करें — इलाज लक्षणों के अनुसार किया जाता है।
स्थानीय प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग से अनुरोध है कि ग्रामीण क्षेत्रों में सर्पदंश से बचाव व प्राथमिक उपचार पर जागरूकता अभियान चलाया जाए, ताकि जानमाल की हानि को रोका जा सके।


