वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में कृषि क्षेत्र के लिए तमाम बड़े ऐलान किए हैं.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कृषि से जुड़े स्टार्ट अप्स को प्राथमिकता दी जाएगी.
इसके लिए युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने के लिए एग्रीकल्चर एक्सीलेटर फंड बनाया जाएगा.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर्यटन को लेकर बड़े ऐलान
50 पर्यटन स्थलों की पहचान होगी.
घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को संपूर्ण पैकेज के रूप में इन्हें विकसित किया जाएगा.
राज्यों को राजधानी में Unity Mall खोलने के लिए किया जाएगा प्रोत्साहित.
इसके तहत वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट और हैंडीक्राफ्ट आइटम को बढ़ावा मिलेगा.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बड़े ऐलान
केंद्र सरकार PM कौशल विकास योजना 4.0 लॉन्च करेगी.
युवाओं को अंतरराष्ट्रीय अवसरों के लिए कुशल बनाने के लिए विभिन्न राज्यों में 30 स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर स्थापित किए जाएंगे.
कमर्शियल विवाद के निपटारे के लिए सरकार विवाद से विश्वास- 2 योजना लाएगी.
PM प्रणाम योजना की शुरूआत होगी. यह योजना वैकल्पिक उर्वरकों को बढ़ावा देने के लिए होगी. इसके अलावा गोबर्धन स्कीम के तहत 500 नए संयंत्रों की स्थापना की जाएगी.
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नई दिल्ली. आज जहां आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) के बाद अब आम आदमी की नजरें बजट (budget) पर टिक चुकी हैं। वहीं इस बार मोदी सरकार का यह बजट काफी अहम हो सकता है। गौरतलब है कि यह 2024 में होने वाले आम चुनाव से पहले मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट है। ऐसे में अब आम आदमी को नौकरी, महंगाई, बेरोजगारी, स्वास्थ्य की चिंता और पेंशन से जूझ रही जनता को सरकार से काफी उम्मीदें हैं।
वहीं आज आज सुबह 11 बजे जब वित्त मंत्री बजट भाषण को शुरू करेंगी तो पूरे देश की निगाहें तो उन पर होंगी ही, विदेशी निवेशकों को भी भारत के बजट से कई तरह की सकारात्मक उम्मीदें है, क्योंकि कल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत के बजट पर पूरी दुनिया की नजर है।
इसके साथ ही आज लोगों का मानना है कि अगले साल होने वाले आम चुनाव के मद्देनजर मोदी सरकार का ये बजट लोक-लुभावन हो सकता है। वहीं वित्तीय एक्सपर्ट्स भी कह रहे हैं कि सरकार टैक्स छूट से लेकर कृषि, रक्षा, एजूकेशन, हेल्थकेयर, इंडस्ट्री, रेलवे और लगभग सभी अहम क्षेत्रों के लिए कुछ ऐसे एलान करेगी जो जनता को भरोसा दिलाएंगे कि देश की तरक्की की रफ्तार थमने वाली नहीं है।
एक अहम बात ये होगी कि, साल 2024 के आम चुनाव से पहले देश का आखिरी पूर्ण बजट इस बात को भी अब तय करेगा कि भारत की GDP से लेकर वित्तीय घाटे के मोर्चे सरकार की तैयारी पुख्ता है या नहीं, इसको लेकर सरकार की क्या योजनाएं हैं और उनपर कैसे काम किया जाएगा।