विंढमगंज: सिटी पब्लिक स्कूल के बाहर नाली का पानी बना परेशानी, 7 महीने से लटका निर्माण कार्य
विंढमगंज क्षेत्र में स्थित सिटी पब्लिक स्कूल के बाहर नाली की समस्या दिनों-दिन गंभीर होती जा रही है। स्कूल के मुख्य द्वार के ठीक सामने नाली का निर्माण अधूरा रहने के कारण गंदा पानी सड़क पर लगातार बहता रहता है। इस नाली के पानी से न सिर्फ स्कूल आने-जाने वाले बच्चों को परेशानी होती है, बल्कि आसपास से गुजरने वाले आम नागरिकों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बरसात के दिनों में यह समस्या और विकराल रूप ले लेती है। पानी निकासी का इंतज़ाम न होने से सड़क पर कीचड़ फैल जाता है और बच्चों के कपड़े गंदे हो जाते हैं। कई बार बच्चों के गिर जाने की घटनाएँ भी सामने आई हैं। स्कूल के शिक्षकों का कहना है कि बच्चों को रोजाना गंदगी से होकर गुजरना पड़ता है, जिससे संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है। अभिभावक भी इस स्थिति को लेकर काफी चिंतित हैं।
सबसे हैरानी की बात यह है कि इस नाली के निर्माण हेतु स्थानीय नागरिकों और अभिभावकों द्वारा कई बार संबंधित अधिकारियों से शिकायत की जा चुकी है। ग्रामीणों के अनुसार, यह मामला लगभग 7 महीनों से लंबित है, लेकिन इसके समाधान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। लोगों का आरोप है कि ग्राम पंचायत की ओर से हमेशा टालमटोल की जाती है। विशेष रूप से सेकेट्री सुनील कुमार श्रीवास्तव पर लोगों ने आरोप लगाया है कि वे समय पर कार्य न कराकर समस्या को नजरअंदाज कर रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारी बार-बार केवल आश्वासन देते रहे, परंतु जमीन पर आज तक कोई परिणाम देखने को नहीं मिला। यह लापरवाही अब आम नागरिकों की सहनशक्ति से बाहर होती जा रही है। बच्चों ने भी अब इस मुद्दे पर खुलकर आवाज उठाई है। उनका कहना है कि यदि सरकार की योजनाओं को जिम्मेदार अधिकारी ही सही तरीके से लागू नहीं करेंगे, तो इससे सरकार की छवि खराब होगी।
बच्चों का साफ कहना है कि “भाजपा की सरकार में यदि इतनी लापरवाही हो रही है, तो दूसरी सरकारों में क्या होता होगा?” बच्चों की इस टिप्पणी ने पूरे मामले को और गंभीर बना दिया है। इससे स्पष्ट है कि समस्या अब केवल नाली निर्माण की नहीं, बल्कि प्रशासनिक उदासीनता का प्रतीक बन चुकी है।
स्थानीय लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही नाली का निर्माण शुरू नहीं किया गया और जलभराव की समस्या दूर नहीं की गई, तो वे सक्षम अधिकारियों से लेकर उच्च प्रशासन तक शिकायत दर्ज कराएंगे। पंचायत अधिकारियों से लेकर ब्लॉक स्तर तक हर जगह दरवाजा खटखटाने की तैयारी की जा रही है।
ग्रामीणों ने यह भी कहा कि यदि 7 महीने बाद भी नाली नहीं बन पाई, तो यह समझ से परे है कि आखिर देरी का कारण क्या है। क्या फंड की कमी है, क्या कोई तकनीकी परेशानी है, या फिर प्रशासनिक लापरवाही—इसका स्पष्ट जवाब अब तक किसी ने नहीं दिया।
समग्र रूप से देखा जाए तो सिटी पब्लिक स्कूल के बाहर नाली निर्माण की यह समस्या विंढमगंज की सबसे गंभीर समस्याओं में से एक बनती जा रही है। इस मुद्दे पर प्रशासन यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं करता, तो नागरिकों में आक्रोश और बढ़ सकता है। बच्चे और अभिभावक दोनों ही उम्मीद लगाए बैठे हैं कि उनकी यह आवाज शासन-प्रशासन तक पहुँचे और जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान कराया जाए।


