विंढमगंज में धूमधाम से सम्पन्न हुआ दुर्गा माता का विसर्जन और रावण दहन कार्यक्रम
हजारों लोगों की मौजूदगी में बुराई पर अच्छाई की हुई विजय
विंढमगंज (सोनभद्र)।
दिनांक 02 अक्टूबर 2025 को विंढमगंज में दुर्गा माता का भव्य विसर्जन समारोह बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ सम्पन्न हुआ। नवरात्रि के नौ दिनों तक माता दुर्गा की पूजा-अर्चना और भक्ति गीतों से गुंजायमान रहा विंढमगंज का वातावरण आज विसर्जन यात्रा के दौरान और भी मनमोहक हो उठा। इस अवसर पर क्षेत्र के तमाम श्रद्धालु और गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में शामिल हुए , माँ काली पीठ के अध्यक्ष श्री रविशंकर जायसवाल, संरक्षक श्री अशोक जायसवाल, कोषाध्यक्ष श्री बबलू तिवारी, मीडिया प्रभारी सुमित राज, एडवोकेट कृष्णानंद तिवारी, श्री नंदलाल केशरी, श्री पप्पू गुप्ता, जितेंद्र शर्मा, लवकुश चंद्रवंशी, अरविंद कुमार गुप्ता, अमित केशरी, प्रेम कुशवाहा, शिवशंकर जायसवाल सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। इन सभी ने मिलकर विसर्जन यात्रा की शोभा बढ़ाई और लोगों को समाज और संस्कृति से जोड़ने का संदेश दिया।

विसर्जन यात्रा विंढमगंज की हर गली और मोहल्ले से होकर निकली। इस यात्रा में रामजानकी मंदिर विंढमगंज, शिव मंदिर विंढमगंज, मलेश्वर मंदिर हारनाकछार तथा मूडीसेमर ग्राम की मूर्तियों को पूरे नगर में घुमाया गया। भक्तजन माता की झांकियों और भजनों के साथ नाचते-गाते रहे। जगह-जगह ग्रामीणों और नगरवासियों ने श्रद्धा के साथ माता के दर्शन किए और फूल-मालाओं से स्वागत किया।
अंततः यह भव्य यात्रा विंढमगंज के भारतीय इंटर कॉलेज के क्रीड़ा स्थल, जिसे बकरी बाजार के नाम से भी जाना जाता है, में पहुंची। यहां पहले से ही रावण दहन का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। परंपरा के अनुसार सभी देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को एकत्र कर माता की आरती और पूजन के बाद भगवान श्रीराम द्वारा रावण के पुतले का वध किया गया। धनुष से तीर मारकर पुतले को प्रज्वलित किया गया और हजारों दर्शकों ने बुराई पर अच्छाई की जीत का यह अद्भुत दृश्य देखा।
इस अवसर पर विंढमगंज ही नहीं बल्कि आसपास के गांवों और कस्बों से भी लोग भारी संख्या में पहुंचे। अनुमान लगाया गया कि हजारों की भीड़ ने इस ऐतिहासिक पल को अपनी आंखों से देखा और जयकारों से वातावरण गुंजायमान हो उठा। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी ने इस पावन उत्सव का भरपूर आनंद लिया।
माँ काली शक्तिपीठ के अध्यक्ष श्री रविशंकर जायसवाल ने बताया कि 2025 की दुर्गा पूजा विंढमगंज के लिए अविस्मरणीय रहेगी। इस बार भक्तों की संख्या पहले से कहीं अधिक रही और सभी कार्यक्रम सफलतापूर्वक सम्पन्न हुए। उन्होंने कहा कि इस आयोजन ने विंढमगंज की प्रतिष्ठा को और बढ़ाया है तथा लोगों में धार्मिक आस्था और सामाजिक एकता का नया उत्साह जगाया है।
वास्तव में, विंढमगंज का यह नजारा अद्वितीय था। नगर की सड़कों पर निकली झांकियां, माता के जयकारे, ढोल-नगाड़ों की गूंज, दीप और रोशनी की चमक ने पूरे क्षेत्र को दिव्य और उत्सवमय बना दिया। यहां की संस्कृति और परंपरा यह संदेश देती है कि जब सभी लोग मिलकर उत्सव मनाते हैं तो न केवल समाज में एकता आती है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी यह एक प्रेरणा बन जाती है।


