युवक पर बर्बर हमला

0
Oplus_131072

युवक पर बर्बर हमला
– चार पर जानलेवा मारपीट करने पर मुकदमा दर्ज

सोनभद्र ब्यूरो चीफ दिनेश उपाध्याय-(ओबरा/सोनभद्र/उत्तर प्रदेश)डिजिटल भारत न्यूज टुडे नेटवर्क 24×7 LIVE
ओबरा/सोनभद्र।क्षेत्र में मोनू बाल्मीकि (पुत्र स्वर्गीय विरम बाल्मीकि, निवासी से0-4-1-60 ओबरा) नामक युवक को चार हमलावरों ने लाठी-डंडों से पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। हमलावरों पर न केवल जानलेवा हमला करने,बल्कि आपत्तिजनक जातिसूचक टिप्पणियाँ करने का भी आरोप है।शिकायतकर्ता मोनू बाल्मीकि के अनुसार,यह घटना तब हुई जब वे परियोजना अस्पताल के पास चाय पी रहे थे। उसी क्षण, एक आर्टिका कार आकर रुकी। कार से उतरते ही, हमलावरों ने मोनू को बिना किसी उकसावे के पीटना शुरू कर दिया। मोनू ने अपनी पुलिस शिकायत में जिन चार लोगों के नाम दर्ज कराए हैं,वे हैं।सुर्या पुत्र अज्ञात,विनय पटेल पुत्र अज्ञात,तनवर कुरैशी पुत्र अज्ञात (सभी निवासी चूड़ी गली), विनोद हरिजन पुत्र अज्ञात (निवासी बिल्ली मारकुण्डी,थाना ओबरा)शिकायत में बताया गया है कि मोनू के कुछ समझ पाने से पहले ही उन पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया गया। हमले के दौरान, हमलावरों ने न केवल मोनू को बुरी तरह पीटा,बल्कि जान से मारने की धमकी देते हुए कहा,भंगी साले को जान से मार दो, एक दुश्मन कम हो जाएगा। इस बर्बर मारपीट में मोनू के सिर में काफी गहरी चोट आई और उनका सर फट गया।जिसके बाद वह जमीन पर गिर गए।घटना के समय आस-पास मौजूद दुकानदारों ने तुरंत हस्तक्षेप किया और घायल मोनू को उठाकर अस्पताल पहुँचाया।

Oplus_131072

भीड़ बढ़ती देख, हमलावर मोनू को जान से मारने का प्रयास कर मौके से फरार हो गए। घायल मोनू बाल्मीकि ने तुरंत ओबरा थाने में लिखित तहरीर देकर उचित कानूनी कार्यवाही करने की गुहार लगाई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मोनू की शिकायत के आधार पर हमलावरों के खिलाफ जानलेवा हमला (IPC की धाराएं) और अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम (SC/ST Act) की गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।ओबरा थाना पुलिस ने इस गंभीर मामले में त्वरित कार्रवाई का भरोसा दिया है। थाना प्रभारी ने जानकारी दी है कि हमलावरों की पहचान सुनिश्चित कर उनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। पुलिस का कहना है कि वे सभी आरोपियों को जल्द ही हिरासत में लेकर आवश्यक कानूनी कार्रवाई करेंगे। यह घटना क्षेत्र में दलित समुदाय की सुरक्षा और सामाजिक न्याय पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह लगाती है।

Leave A Reply

Please enter your comment!
Please enter your name here