भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत को दी गई धमकी की घोर निंदा
– भारत की रणनीतिक स्वायत्तता और बहुध्रुवीयता के प्रति प्रतिबद्धता हो स्पष्ट: भाकपा
सोनभद्र ब्यूरो चीफ दिनेश उपाध्याय-(ओबरा/सोनभद्र/उत्तर प्रदेश)–डिजिटल भारत न्यूज टुडे नेटवर्क 24×7 LIVE
सोनभद्र/ 8 अगस्त। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य कामरेड आर के शर्मा ने कहा कि रुस के साथ तेल व्यापार के जवाब में भारत पर 50% दंडात्मक शुल्क लगाने की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी भारी रणनीति की भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कड़े शब्दों में निंदा करती है। उन्होंने कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का यह स्पष्ट मानना है कि व्यापार संबंधो का का यह खुला हथियारीकरण भारत की स्वायत्तता पर हमला है और एक बहिष्कृत व पतनशील अमेरिका नेतृत्व वाले विश्व व्यवस्था को लागू करने का एक असिस्ट प्रयास है इस तरह के कदम स्वतंत्र राष्ट्रों को दबाने और उनकी संप्रभु विदेशी व आर्थिक नीतियों को लागू करने के अधिकारों को कमजोर करने के उद्देश्य से है। वैश्विक नीति निर्माण को किसी एक देश के नेतृत्व की मर्जी के आगे झुकाने की अनुमति नहीं दी जा सकती। खासकर तब जब वह डोनाल्ड ट्रंप जैसा अनिश्चित और शत्रुतापूर्ण हो। यह नवीनतम घटनाक्रम अमेरिकी नीति हलकों में बहु ध्रुवीय के अपरवर्तनीय उदय और उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बढ़ते आत्मविश्वास को लेकर गहरी बेचैनी को दर्शाते हैं।

इस वास्तविकता को स्वीकार करने के बजाय संयुक्त राज्य अमेरिका अपनी वैश्विक प्रभुत्व बनाए रखने के लिए धमकियों और व्यापार पर आंक्रमता का सहारा ले रहा है।भारत को अपनी रणनीतिक स्वायत्तता को दृढ़ता से स्थापित करना चाहिए और आर्थिक या राजनीतिक रूप से किसके साथ संबंध रखने है इस पर किसी बाहरी आदेश को अस्वीकार करना चाहिए। क्वाड जैसे व्यवस्थाओं के माध्यम से भारत की विदेश नीति का संयुक्त राज्य अमेरिका की ओर बढ़ता झुकाव अल्पकालिक और खतरनाक है। एक अस्थिर और स्वार्थी संयुक्त राज्य अमेरिका पर विश्वसनीय साझेदार के रूप में भरोसा नहीं किया जा सकता। भारत को अपनी प्राथमिकताओं को दक्षिण – दक्षिण एकजुटता को बढ़ाने, उभरती अर्थव्यवस्थाओं के साथ सहयोग को गहरा करने और एक लोकतांत्रिक व बहुध्रुवीय वैश्विक व्यवस्था के निर्माण में सक्रिय रूप से योगदान देने की दिशा में पुनः समायोजित करना चाहिए ।


