विण्ढमगंज में पारंपरिक दंगल कुश्ती प्रतियोगिता का भव्य आयोजन, पहलवानों के दांव-पेंच देख झूम उठे दर्शक |
✍️ समाचार संवाददाता- प्रेम चंद
📍 विण्ढमगंज | जनपद- सोनभद्र (उ.प्र.)
📞 मोबाइल: +919695524205
विण्ढमगंज (सोनभद्र), 29 जुलाई – स्थानीय महावीर मंदिर प्रांगण में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी भव्य पारंपरिक दंगल कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस आयोजन को प्रधान पुजारी आनंद कुमार द्विवेदी एवं मंदिर प्रबंधन कमेटी के सहयोग से संपन्न कराया गया, जिसमें क्षेत्रीय प्रतिभाओं के साथ सैकड़ों की संख्या में दर्शकों की मौजूदगी रही।

विधिवत पूजा-अर्चना से हुई शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत महावीर झंडा एवं अखाड़े की पूजा-अर्चना, शंखनाद व मंत्रोच्चार के साथ की गई। पूरे आयोजन में धार्मिक व पारंपरिक भावनाएं स्पष्ट रूप से परिलक्षित होती रहीं।
अनुभवी व नवोदित पहलवानों ने दिखाई दमखम
दंगल में क्षेत्र के नामी पहलवानों के साथ-साथ नन्हे-मुन्ने पहलवानों ने भी हिस्सा लेकर कुश्ती की परंपरा को जीवंत कर दिया। रोमांचक मुकाबलों के बीच विजयी पहलवानों को इनामी राशि एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
सम्मान समारोह व मंच संचालन
आयोजन में कमेटी द्वारा आगंतुक विशिष्टजनों को अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानित किया गया। मंच का सफल संचालन नंदकिशोर गुप्ता ने किया, जिन्होंने कुशलता से दर्शकों और पहलवानों के बीच संवाद स्थापित किया।
प्रसाद वितरण और श्रद्धालु जनसमूह
दंगल के समापन पर चना-किशमिश का प्रसाद वितरण किया गया। इस अवसर पर मौजूद प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों में –
बद्रीनाथ केसरी, राकेश कुमार (एडवोकेट), बार एसोसिएशन दुद्धी, विनोद गोड़,अविनाश अग्रवाल,उदय कुमार जायसवाल (अपना दल),उपेंद्र कुमार पासवान,गुड्डू कुशवाहा,संजय कुशवाहा,कार्तिक चंद्रवंशी,मनीष मद्धेशिया,संजीत गुप्ता..सहित हजारों श्रद्धालु दर्शकों की उपस्थिति से आयोजन और भी भव्य हो उठा।
निष्कर्ष –
यह पारंपरिक आयोजन केवल एक खेल प्रतिस्पर्धा न होकर सांस्कृतिक, धार्मिक और सामाजिक एकता का प्रतीक बन चुका है, जो क्षेत्रीय लोक परंपराओं को सहेजने और नई पीढ़ी को इससे जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।


